विभाग में हड़कम्प CP का चला हंटर: अवैध कब्जा कराने में नपी चेतगंज थानेदार, लहुराबीर चौकी इंचार्ज भी सस्पेंड, एक दरोगा और एसएसआई चेतगंज लाइन हाजिर...

विभाग में हड़कम्प CP का चला हंटर: अवैध कब्जा कराने में नपी चेतगंज थानेदार, लहुराबीर चौकी इंचार्ज भी सस्पेंड, एक दरोगा और एसएसआई चेतगंज लाइन हाजिर...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पुलिस आयुक्त (सीपी) ने एकमात्र महिला  प्रभारी निरीक्षक चेतगंज संध्या सिंह, और उनके चौकी इंचार्ज लहुराबीर अमित सिंह को सस्पेंड करते हुए थाने के सीनियर सब-इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस कमिश्नर की इस कार्रवाई से विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। 

बताया जाता है कि पिशाचमोचन निवासी मुकेश साहू उर्फ बल्लू ने 112 नंबर पर शिकायत की थी। मुकेश के अनुसार, पिशाचमोचन स्थित उनके द्वारा 70 लाख रुपये में सट्टा कराई गई जमीन पर उनके विरोधी पक्ष के हिस्ट्रीशीटर से पैसा लेकर इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह कब्जा करा रही थी। मौके पर यूपी 112 की पुलिस आई तो उन्हें इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने डांट कर भगा दिया। इस गलत काम में लहुराबीर चौकी इंचार्ज अमित सिंह भी उनका सहयोग कर रहे थे। इसके साथ ही चेतगंज थाने के एसएसआई ओम प्रकाश सिंह ने भी इस मामले में मुकेश का कोई सहयोग नहीं किया।
उल्टे मुकेश को ही चेतगंज थाने पर घंटों बैठाया गया और उन्हीं के पैसे से बना गेट भी उठा कर जबरन कब्जा कराई गई जमीन में लगा दिया गया। मुकेश द्वारा की गई शिकायत के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने एसीपी चेतगंज से जांच कराई तो पुलिसकर्मियों का दोष उजागर हुआ और उन पर कार्रवाई की गई।


मंगल से मारपीट करने वाला दरोगा हटा


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित हो चुके स्वच्छता दूत डोमरी निवासी ट्रॉली चालक मंगल केवट से बदसलूकी करने के आरोपी कालभैरव चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव को बुधवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। प्रकरण की जांच एसीपी कोतवाली को सौंपी गई है। मंगल केवट की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर ने गंभीरता से लेते हुए दरोगा सुरेंद्र यादव को लाइन हाजिर कर दिया है।


कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं


पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार करने वाले पुलिसकर्मियों की कोई जगह नहीं है। चेतगंज थाना प्रभारी और लहुराबीर चौकी इंचार्ज के खिलाफ हुई जांच के आधार पर उन्हें निलंबित किया गया है। इसके साथ ही चेतगंज थाने के एसएसआई को भी भ्रष्टाचार देख कर मूकदर्शक बने रहने के लिए लाइन हाजिर किया गया है। वाराणसी कमिश्नरेट के पुलिसकर्मी इस बात को स्पष्ट रूप से समझ लें कि अगर वह सही तरीके से काम करेंगे तभी थाने या चौकी पर रहेंगे। जिस किसी के खिलाफ भी शिकायत मिलेगी तो जांच करा कर कार्रवाई में देरी नहीं की जाएगी।