NIRF रैंकिंग: पिछले वर्ष की अपेक्षा BHU तीन पायदान नीचे खिसका, ओवरआल 11 वें स्थान पर काबिज...

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में इस बार बीएचयू की ओवरऑल रैंकिंग पिछले साल की तुलना में तीन पायदान नीचे खिसक गई है। हालांकि चिकित्सा संस्थानों में दो पायदान ऊपर आया है।

NIRF रैंकिंग: पिछले वर्ष की अपेक्षा BHU तीन पायदान नीचे खिसका, ओवरआल 11 वें स्थान पर काबिज...

वाराणसी,भदैनी मिरर। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में इस बार बीएचयू की ओवरऑल रैंकिंग पिछले साल की तुलना में तीन पायदान नीचे खिसक गई है। हालांकि चिकित्सा संस्थानों में दो पायदान ऊपर आया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार सुबह 11 बजे रैंकिंग जारी की। इस बार जो एनआईआरएफ रैंकिंग जारी की गई है उसका रिजल्ट भी चौंकाने वाला है। शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी एनआईआरएफ रैंकिंग में जहां ओवरआल संस्थाओं की सूची में बीएचयू को पिछली बार टॉप-10 में जगह जगह मिली थी वहीं इस बार बीएचयू टॉप 10 की सूची से बाहर हो गया है।

64.81 प्रतिशत अंक के साथ 11 नंबर मिला है जबकि पिछली बार 63.10 अंक के साथ 10वें स्थान पर था। विश्वविद्यालयों की सूची में पिछले साल 64.02 अंक के साथ बीएचयू तीसरे  स्थान पर था लेकिन इस बार 63.20 प्रतिशत अंक पाकर छठे स्थान पर पहुंच गया है।

 शोध के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय का ग्राफ इस साल नीचे आ गया है। पिछली बार जहां शोध संस्थानों की सूची में 54.96 प्रतिशत अंक के साथ बीएचयू 14वें स्थान पर था वहीं इस बार 55.61  अंक प्राप्त कर 15 में नंबर पर है।

ऐसे में देशभर के विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग के इस प्रतिस्पर्धा में बने रहना बड़ी चुनौती बनी हुई है।  शिक्षा मंत्रालय की ओर से हर साल विश्वविद्यालयों, आईआईटी-आईआईएम सहित अन्य शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग अलग-अलग कैटेगरी में जारी की जाती है। जिसके तहत इस बार भी यह रैंकिंग जारी की गई।