Mukhtar Ansari: जिले में सड़कों पर दौड़ रही पुलिस की गाडियां, गलियों में खुफिया विभाग के साथ पैरामिलिट्री, जुमे को लेकर अलर्ट...
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि के बाद पुलिस मुख्यालय ने पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि के बाद पुलिस मुख्यालय ने पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया है. खासकर पूर्वांचल में अपराध की दुनिया में बड़ा नाम होने से गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और वाराणसी में देर रात से ही पुलिस अलर्ट पर है. देर रात में ही सड़कों पर सरकारी गाडियां दौड़ पड़ी तो थाने स्तर से पुलिस चक्रमण करने लगी. वाराणसी में खास सतर्कता बरती जा रही है.
पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल के निर्देश के बाद कमिश्नरेट के संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है. थाने स्तर से ही 24 घंटे क्षेत्र में अलर्ट रहने के निर्देश दिए है. भेलूपुर के रेवडी तालाब, बजरडीहा, मदनपुरा के साथ ही आदमपुर, जैतपुरा, लोहता जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही खुफिया विभाग को अलर्ट पर रहकर हर छोटी-बड़ी घटनाओं और चर्चाओं से अफसरों को अवगत कराने को कहा गया है. जुमा होने से मस्जिदों के आसपास भी ड्यूटी लगाई गई है.
सड़कों पर जहां एक तरह सरकारी गाडियां दौड़ रहीं है तो दूसरी ओर गलियों में पैरामिलिट्री के साथ पुलिस गश्त कर रही है. खुफिया तंत्र मस्जिदों और क्षेत्र के चर्चाओं पर नजर बनाए हुए है.
पूर्वांचल में बोलती थी तूती
90 के दशक में मुख्तार अंसारी जरायम की दुनिया में इंट्री कर चुका था. धीरे-धीरे अपहरण, रंगदारी और गैंगवार में उनका नाम आने लगा था. गाजीपुर, मऊ से लगातार पूर्वांचल के सरकारी ठेके उनके बिना मर्जी किसी अन्य को नहीं मिलते थे. मऊ जिले में मुख्तार अपराध का पर्याय बन गया था, इसके साथ ही वह कई बार विभिन्न पार्टियों से लगायत निर्दल भी लड़कर मऊ सदर से 5 बार विधायक बना था. वाराणसी में कांग्रेस नेता अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या में मुख्तार को सजा सुनाई जा चुकी है. वर्ष 2005 में मुख्तार का मऊ जिले में दंगे को भड़काने में तेजी से सामने आया. उसके बाद मुख्तार सरेंडर करके जेल चला गया. इसी दौरान गाजीपुर से भाजपा नेता कृष्णानंद राय ने मुख्तार के रसूख को ललकारा था, जिसके बाद उसने जेल में बैठकर साजिश रची और कृष्णानंद राय पर 500 राउंड गोलियां चलवाई थी. इस घटना से पूरा पूर्वांचल थर्रा गया था. यूपी में योगी सरकार बनने के पहले 2017 तक मुख्तार लगातार अपने गैंग का संचालन करता रहा, लेकिन योगी सरकार बनने के बाद मुख्तार की पंजाब के रापड जेल से यूपी स्थानांतरित कराने के बाद मुख्तार पर शिकंजा कसता चला गया और उसकी बादशाहत खत्म होती चली गई.
शव गाजीपुर लाने का रुट तैयार
शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच डॉन मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम बांदा मेडिकल कॉलेज में वीडियोग्राफी के बीच संपन्न होगा. उसके बाद शव को गाजीपुर के लिए रवाना किया जायेगा. बांदा से गाजीपुर तक का पुलिस ने रूट प्लान तैयार कर लिया है. बांदा से गाजीपुर तक के 400 किलोमीटर के सफर में 26 गाड़ियां शामिल होंगी. जिसमें परिजनों की गाड़ियां काफिले के बीच में होगी. मुख्तार के शव को बांदा से फतेहपुर, कौशांबी होते प्रयागराज और वहां से कोखराज हंडिया बाईपास से भदोही के रास्ते वाराणसी होते हुए गाजीपुर शव लाया जाएगा. इस काफिले में एम्बुलेंस के साथ पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही पुलिस मुख्यालय से निर्देश दिए गए है, जिले के अफसर शव का काफिला गुजरने तक नजर बनाएं रखेंगे.
सोशल मीडिया पर खास नजर
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उसके घर गाजीपुर में समर्थकों का जुटान हो गया था. समर्थकों ने नारेबाजी भी की. जिसके बाद डीएम और एसपी गाजीपुर मौके पर पहुंचकर समर्थकों को हटवाया. डीजीपी प्रशांत कुमार ने पूरे प्रदेश के अफसरों को सोशल मीडिया पर निगरानी करने के लिए आईटी सेल को अलर्ट पर कर दिया है. इसके साथ ही डीजीपी मुख्यालय से भी सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है. डीजीपी ने कहा है कि कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा, उनसे कोई नरमी नहीं दिखाई जायेगी.