सांड ने पटककर मार डाला: नगरपालिका की लापरवाही उजागर, बुझ गया घर का चिराग

सांड ने पटककर मार डाला: नगरपालिका की लापरवाही उजागर, बुझ गया घर का चिराग

वाराणसी, भदैनी मिरर। सड़कों पर घूमते आवारा पशु की वजह से वाहन चालकों व राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं। देखते ही देखते इनके कारण कई बार स्थिति ऐसी रहती है कि सड़क पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है। जिससे यातायात बाधित हो जाता है। इसके कारण आये दिन दुर्घटनायें भी होती रहती हैं। जिसमें लोग चोटिल ही नही होते कई बार उन्हें अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है।  लगातार आवारा पशुओं से घायल होते राहगीरों की जान की परवाह न जाने कब नगरपालिका को होगी। 


ऐसी ही एक घटना का शिकार रामनगर में एक और युवा हो गया। सांड के हमले के कारण युवा की मौत हो गई। परिवार के इकलौते पुत्र की मौत के लिए आख़िर किसको जिम्मेदार ठहराया जाय?

बताया जा रहा कि रामनगर निवासी संदीप विश्वकर्मा पर बाज़ार जाते वक्त पशु अस्पताल के समीप लड़ रहे दो पशुओं में से एक सांड ने अचानक हमला कर दिया। सांड ने  संदीप को उठा कर जमीन पर पटक दिया, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और सर पर भी गम्भीर चोट आयी। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने संदीप को लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहाँ चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह भी बताया जा रहा कि रामनगर थाना प्रभारी अश्वनी पांडेय ने इस विषय में नगर पालिका के जिम्मेदारों को मौखिक सूचना देने के साथ ही पत्र लिखकर भी आगाह किया था, लेकिन कोई नतीजा नही निकला।

छोटे भाई की हो चुकी थी मौत

संदीप के छोटे भाई विशाल विश्वकर्मा की भी बीते वर्ष बीमारी के कारण मृत्यु हो गयी थी। चार बहन महिमा, हेमा, करिश्मा व मनीषा के बीच संदीप इकलौता भाई था। घटना के बाद माँ मीरा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। संदीप अभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। संदीप के पिता काशी नरेश विश्वकर्मा की पड़ाव पर वेल्डिंग की दुकान है। 

कैटल मशीन होने के बावजूद नागपालिक सुस्त

क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि नगरपालिका में कैटल कैचर मशीन होने के बावजूद नगरपालिका कर्मचारी सांडो को पकड़ने में कोई रुचि नही दिखाते। बीते दिनों सांड के हमले से मन्नापुर निवासी छात्र तौसीफ, रामनगर निवासी प्रिया भी गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। मगर सन्दीप की हुई इस दर्दनाक मौत ने नगरपालिका को सीधे सीधे जवाबदेही के लिए लोगो के निशाने पर खड़ा कर दिया है। आखिर संदीप की मौत का कौन गुनहगार है?