मंत्री अश्वनी चौबे ने किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा, बंगाल चुनाव पर बोले बिना श्री राम के कल्याण नहीं...

मंत्री अश्वनी चौबे ने किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा, बंगाल चुनाव पर बोले बिना श्री राम के कल्याण नहीं...

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी पहुँचे केंद्रीय स्वास्थ्य, परिवार कल्याण राज्यमंत्री और बिहार से बक्सर से सांसद अश्वनी चौबे ने कलकत्ता में टीएमसी को लेकर कहा है कि बिना श्रीराम के कल्याण नहीं है। ममता बनर्जी ने तो राम को फटकार दे दिया तो उनका कल्याण कहां से होगा। सरकारी मशीनरी का इतना दुरुपयोग वामपंथियों ने भी नहीं किया था जितना ममता बनर्जी कर रही हैं। इसका सारा बदला जनता लेगी।


अश्वनी चौबे शनिवार को बीएलडब्लू गेस्ट हॉउस में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग कोविड 19 की समीक्षा बैठक की। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि बढ़ते पेट्रोल-डीजल के मूल्य वृद्धि पर के सवाल पर कहा, तेल का दाम वैश्विक बाजार में तय होता है। हम उसे नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं। आने वाले समय में हम इथेनॉल से पेट्रोल तैयार करने पर काम कर रहे हैं। आने वाले समय में अपना पेट्रोल होगा। स्वदेशी पेट्रोल होगा तो हम उसका मूल्य भी स्वदेशी रखेंगे।    


प्रियंका गांधी के मुजफ्फरनगर की रैली पर बोले, ये किसानों के दुश्मन हैं। किसानों के हितैषी नहीं हो सकते, जिन्होंने आजादी के बाद से आज तक कभी भी किसानों क्या देशवासियों पर ध्यान नहीं दिया। उनको क्या जरुरत है किसान से, ये केवल छलावा है, दिखावा है। किसान आंदोलन पर बोले, किसान आंदोलन को लेकर आप ने देखा होगा दुनिया तो छोड़ दीजिये देश में भी आंदोलन की लहर नहीं है। लोग जानते हैं और समझ रहे हैं कि मोदी जी ने जिस प्रकार से किसानों को उनकी आय को 2022 तक दोगुनी करने का ठाना है और उसके लिए क्या नहीं किया,  जो हमारा एक्ट है उसको लेकर कई राउंड बात हुई कि उसमे एक भी त्रुटि निकाल दो तो हम उसमे सुधार करेंगे, लेकिन ये राजनितिक गलतफहमी पैदा करना है।

मंडियों को सुसज्जती करने के लिए बजट

मंत्री अश्वनी चौबे ने आरोप लगाया कि हल्ला मचाया गया कि मंडियों को खत्म कर दिया जाएगा। 1000 से अधिक मंडियों को सुसज्जित करने का इस बजट में फिर से प्रावधान किया है। हमने एमएसपी प्राइस को किसी भी हालत में नहीं हटाने की बात कही है। हमने सारी बातें जनता के कल्याण के लिए की है। हमने दलहन तिलहन, धान, गेहूं उसमें एमएसपी प्राइस हमारा 40 प्रतिशत से लेकर 70 से 80 प्रतिशत तक बढ़ाया है और फसल की कीमत से डेढ़ गुना ज्यादा उनको मिले।