GST में सरलीकरण की मांग को लेकर व्यापारियों ने किया प्रदर्शन...

वाराणसी मंडल के अध्यक्ष  विजय कपूर और मंडल महासचिव मुकेश जायसवाल ने कहा कि जीएसटी में लगातार होते बदलाव से केवल फाइलों का अंबार निकला मगर व्यापारियों को राहत नहीं मिली।

GST में सरलीकरण की मांग को लेकर व्यापारियों ने किया प्रदर्शन...

वाराणसी,भदैनी मिरर। जीएसटी (GST) को लागू होने के बाद निरंतर बदलते नियमों और उसकी कठिनाईयों से व्यापारी वर्ग परेशान हो गया है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ( कंछल गुट ) ने जीएसटी में सरलीकरण और कारपोरेट घरानों से हटकर छोटे व्यापारियों के लिए सरल कानून बनाने की मांग को लेकर पूर्वांचल की सबसे बड़ी खाद्य मंडी विशेश्वरगंज में हाथों में पोस्टर बैनर लेकर प्रदर्शन किया गया।इस दौरान वाराणसी मंडल के अध्यक्ष  विजय कपूर और मंडल महासचिव मुकेश जायसवाल ने कहा कि जीएसटी में लगातार होते बदलाव से केवल फाइलों का अंबार निकला मगर व्यापारियों को राहत नहीं मिली।


 लॉकडाउन के बाद बाजार को गति देने के लिए सरकार भले ही पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान करने की दिशा में कारगर कदम उठा रही है। मगर जीएसटी में ई-वे बिल सहित अनेक अव्यवहारिक प्राविधानो ने उद्योग व्यापार जगत को संकट में डाल दिया। जिसके कारण व्यापारी वर्ग परेशान है। ई-वे बिल के नियमों को लेकर व्यापारियों ने कहा कि इसमें 200 फ़ीसदी पेनाल्टी का प्रावधान हो गया है। साथ ही राशि न देने पर माल बेचकर राशि वसूलने का नियम भी रखा गया है। तथा नए नियम के मुताबिक किसी भी सामान को 24 घंटे में 200 किलोमीटर तक पहुंचाना है। पहले यह 100 किलोमीटर था। ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि संभवत कभी-कभी रास्ते में गाड़ी खराब हो जाती है, ड्राइवर अस्वस्थ हो जाता है, धरना-प्रदर्शन या रोड जाम के कारण घंटों गाड़ी जाम में फंसी रह जाती है। ऐसी स्थिति में 24 घंटे के अंदर 200 किलोमीटर का मानक पूरा ना होने के कारण उनके ऊपर कार्यवाही की फांस तनने की संभावना बनी रहती है। इन विषम परिस्थितियों को देखते हुए सरकार जीएसटी में सरलीकरण करके व्यापारियों को राहत प्रदान करें।


यह रहे शामिल

 विजय कपूर, मुकेश जायसवाल, नंदकुमार टोपी वाले, अनिल केसरी, राजेश केसरी,अशोक गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, अनिल सोनी, नितिन टंडन, राजीव खन्ना, अमरेश जायसवाल, सुनील अहमद खान, डॉ० मनोज यादव, राजेश श्रीवास्तव, जगमोहन पाठक, विकास जायसवाल, कुलदीप जायसवाल, पप्पू यादव, सहित कई व्यापारी शामिल थे।