रेप के मामले में सांसद अतुल राय MP-MLA कोर्ट से बरी, जाने क्या हुआ इस हाई प्रोफाइल मामले में...
बसपा से घोसी सांसद अतुल राय के ऊपर लंका थाने में दर्ज दुष्कर्म के मामले में कोर्ट में फैसला सुना दिया. कोर्ट ने सांसद अतुल राय को आरोपों से बरी कर दिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। बसपा से घोसी सांसद अतुल राय के ऊपर लंका थाने में दर्ज दुष्कर्म के मामले में कोर्ट में फैसला सुना दिया. कोर्ट ने सांसद अतुल राय को आरोपों से बरी कर दिया है. सांसद अतुल राय पर बलिया की रहने वाली एक युवती ने साल 2019 के मई महीने में लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था. पिछले वर्ष युवती और उसके सहयोगी मित्र ने सुप्रीमकोर्ट के सामने फेसबुक लाइव में कई लोगों को दोषी ठहराते हुए आत्मदाह किया था, जिसमें इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी थी.
पूर्व IPS सहित कई अफसरों पर लगाए थे गंभीर आरोप
सुप्रीम कोर्ट के सामने 16 अगस्त 2021 को फेसबुक लाइव कर युवती ने जबरिया रिटायर्ड अमिताभ ठाकुर सहित कई अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए थे. इसमें दोनों ने कहा था कि वह लोग सरकारी तंत्र से प्रताड़ित होने के बाद बुरी तरह से निराश हो गए हैं। अतुल राय ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए खूब प्रताड़ित किया। पीड़िता के दोस्त ने कहा, 'उन लोगों ने पैसों के प्रलोभन को त्याग कर, भूखे, प्यासे रहकर अतुल राय के खिलाफ कानूनी लड़ाई को कायम रखा था, ताकि कानून और पुलिस व्यवस्था में लोगों का विश्वास बढ़े। अब वह लोग एक नेक्सस के जाल में फंस गए हैं। हम लोगों के पास भी अगर राजनीतिक आश्रय होता तो शायद हमें इस कदर परेशान नहीं होना पड़ता।'
बता दें 21 अगस्त को युवती के युवक साथी ने दिल्ली के राममनोहर अस्पताल में दम तोड दिया था और 24 अगस्त को इसी अस्पताल में इलाज के दौरान युवती ने आखिरी सांस ली थी.
जाने कब, क्या हुआ
- 1 मई 2019 को बलिया निवासी कथित रेप पीड़िता ने लंका थाने में सांसद अतुल राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
- 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में सरेंडर किया, जेल गए।
- अतुल राय बीते सवा 2 साल से प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं।
- 2 दिसंबर 2020 को पीड़िता के गवाह सत्यम प्रकाश राय ने लंका थाने धमकी मिलने का मुकदमा दर्ज कराया।
- 30 दिसंबर 2020 को अतुल राय को क्लीन चिट देने और पीड़िता और गवाह के चरित्र पर उंगली उठाने के आरोप में शासन ने जांचकर्ता सीओ भेलूपुर रहे अमरेश सिंह बघेल को निलंबित कर दिया था।
- 2 अगस्त 2021 को रेप पीड़िता के खिलाफ कैंट थाने में दर्ज मुकदमे में अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया।
- 16 अगस्त 2021 की दोपहर सुप्रीम कोर्ट के सामने पीड़िता और गवाह ने फेसबुक पर लाइव हुए और आत्मदाह किया।
- आत्मदाह की घटना के बाद यूपी सरकार ने दो सदस्यीय जांच समिति गठित की।
- टीम में पुलिस महानिदेशक डॉ. आरके विश्वकर्मा और नीरा रावत शामिल है। जांच टीम ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को 23 अगस्त को बयान दर्ज करने के लिए तलब किया है।
- 21 अगस्त को पीड़िता के मित्र और गवाह सत्यम की इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
- 24 अगस्त को बलिया निवासी पीड़िता ने भी दम तोड़ा।
आत्मदाह बाद यह हुई कार्रवाई
- 16 अगस्त 2021 को प्रदेश सरकार ने पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के 2 अधिकारियों को प्रकरण की जांच सौंपी।
- 16 अगस्त 2021 को एसएसपी वाराणसी रहे आईपीएस अमित पाठक को गाजियाबाद पुलिस कप्तान के पद से हटाकर डीजीपी ऑफिस से अटैच किया गया।
- 17 अगस्त 2021 को तत्कालीन इंस्पेक्टर कैंट राकेश कुमार सिंह और दरोगा गिरजा शंकर यादव को निलंबित कर दिया गया।
- 27 अगस्त 2021 को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
- एडिशनल एसपी विकास चंद्र त्रिपाठी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई। एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया।
- 30 सितंबर 2021 को बाराबंकी टोल प्लाजा से वाराणसी पुलिस ने निलबिंत सीओ अमरेश सिंह बघेल को गिरफ्तार किया। लंका थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने सहित कई गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर
इसमें पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को भी युवती ने दोषी ठहराया था। फैसला आने के पहले सरकारी वकील ने बताया था कि आज एमपी-एमएलए कोर्ट फैसला सुनाएगी। फैसला आने पर हम अतुल राय को कड़ी से कड़ी सजा देने की कोर्ट से मांग करेंगे। पीड़िता की तरफ से वकील ज्योति शंकर उपाध्याय ने भी कहा था कि इस मामले में आज दोपहर के बाद फैसला आ जाएगा और अतुल राय के दोष साबित होने पर उनके लिए ज्यादा से ज्यादा सजा की मांग कोर्ट से की जाएगी। सारे सबूत और गवाह अतुल राय के खिलाफ हैं। कोर्ट ने सुबह साढ़े दस बजे ही सांसद अतुल राय के पक्ष में फैसला देते हुए उन्हें बरी कर दिया।