धनतेरस से शुरू होगी भक्तों पर सौभाग्य की वर्षा, मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी दर्शन को एक दिन पहले ही कतारबद्ध हुए श्रद्धालु
अन्न और धन का आशीर्वाद देने वाली मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन मंगलवार से शुरू हो रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भक्ति ऐसी कि एक दिन पहले से ही भक्त कतारबद्ध हो गए
वाराणसी, भदैनी मिरर। अन्न और धन का आशीर्वाद देने वाली मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन मंगलवार से शुरू हो रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भक्ति ऐसी कि एक दिन पहले से ही भक्त कतारबद्ध हो गए. धनतेरस से अन्नकूट तक चलने वाले इन पांच दिवसीय विशेष दर्शन में भक्तों पर सुख, समृद्धि और सौभाग्य की बरसात होगी.
सोमवार की सुबह से ही मां अन्नपूर्णा मंदिर के स्वर्णमयी रूप के दर्शन के लिए भक्तों का आना शुरू हो गया था. मंदिर के बाहर लगी बैरिकेडिंग में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिखाई दीं. मंदिर प्रबंधन ने भक्तों के लिए नाश्ते और पानी की व्यवस्था भी की है। इस विशेष अवसर के लिए मंदिर प्रबंधन ने व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं. दर्शनार्थी अस्थायी सीढ़ियों के माध्यम से मंदिर के प्रथम तल पर विराजमान मां के दर्शन कर बाहर निकलेंगे. इसके पहले भक्तों को प्रसाद के रूप में लावा और सिक्के दिए जाएंगे.
29 अक्टूबर की सुबह पांच बजे से माता के दर्शन आरंभ होंगे। भक्तों को वितरित करने के लिए छह लाख रुपये से अधिक मूल्य के सिक्के मंगाए गए हैं. मंदिर के वर्तमान महंत, नौवें महंत के रूप में इस परंपरा का निर्वहन करेंगे। महंत शंकर पुरी ने बताया कि धनतेरस पर भक्तों में वितरण के लिए लगभग छह लाख सिक्के (खजाना) और 11 क्विंटल लावा प्रसाद के रूप में मंगवाया गया है, जो भक्तों के घर में रखने से अन्न और धन की कमी को दूर करता है. दिव्यांग और बुजुर्ग भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था कर उन्हें सीधे माता के दरबार में प्रवेश दिया जाएगा.