कांग्रेस नेता अजय राय ने साधा निशाना बोले- काशी में विकास के नाम पर केंद्र सरकार पहुंचा रही गुजरात को फायदा, उठाए कई सवाल...

अजय राय ने सवाल पूछते हुए कहा की बनारस में पीएम नरेंद्र मोदी ने बंदरगाह का भी उद्घाटन किया था, आखिर उस बंदरगाह का क्या हुआ? बनारस में ही गंगा में बारह करोड़ रुपए खर्च कर एक नहर बनाई जा रही थी, उस नहर का क्या हुआ? आखिर वह नहर किसके कहने पर बन रही थी?

कांग्रेस नेता अजय राय ने साधा निशाना बोले- काशी में विकास के नाम पर केंद्र सरकार पहुंचा रही गुजरात को फायदा, उठाए कई सवाल...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गंगा हमारे लिए न केवल नदी है बल्कि आस्था का केंद्र भी है. बनारस में तथाकथित विकास के नाम पर कभी क्योटो और बंदरगाह के नाम की माला का जाप किया जाता था, अब मां गंगा की गोंद में टेंट सिटी और गंगा विलास क्रूज के नाम पर किया जा रहा है. हम यह बिल्कुल भी नहीं चाहते कि मां गंगा की गोंद में  टेंट सिटी व क्रूज चलाकर उनकी पवित्रता और आध्यात्मिकता को नष्ट किया जाय. आखिर क्रूज में जो देशी, विदेशी पर्यटक ठहरेंगे या यात्रा करेंगे, उससे मां गंगा प्रदूषित होंगी. उसमे रहने वाले सैलानियों को मांस, मदिरा से लेकर वह सबकुछ दिया जाएगा जो कि आज के समय में होटलों में विदेशी पर्यटकों को दिया जाता है. उक्त बातें यूपी कांग्रेस के प्रयागराज जोन के अध्यक्ष अजय राय ने सोमवार को अस्सी स्थित एक होटल में आयोजित एक पत्रकारवार्ता के दौरान कही.

कहा गई गंगा की नहर

अजय राय ने सवाल पूछते हुए कहा की बनारस में पीएम नरेंद्र मोदी ने बंदरगाह का भी उद्घाटन किया था, आखिर उस बंदरगाह का क्या हुआ? बनारस में ही गंगा में बारह करोड़ रुपए खर्च कर एक नहर बनाई जा रही थी, उस नहर का क्या हुआ? आखिर वह नहर किसके कहने पर बन रही थी? जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि इतने बड़े हाई प्रोफाइल प्रोजेक्ट का जिम्मेदार कोई नही था, जिला प्रशासन ने इसकी लीपापोती कर दिया. बनारस में सिर्फ बाहरियों के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. टेंट सिटी, कोरिडोर, क्रूज से लगायत सारे बड़े ठेके गुजरातियों को दिए जा रहे हैं, इससे एक आम बनारसी को क्या लाभ मिला? भाजपा सरकार ने बनारस के लोगों के साथ सिर्फ और सिर्फ ठगी का काम किया.

बनारस की पुरातन संस्कृति के साथ कर रहे खिलवाड़

अजय राय ने केंद्र की मोदी सरकार व राज्य की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता पाने के लिए ये लोग धर्म, संस्कृति और बनारस की पुरातन संस्कृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.  आज एक आम काशीवासी किस जद्दोजहद में जीवन जी रहा है, इन लोगों से उसका कोई सरोकार नहीं हैं. भाजपा की मंडली को तीर्थ तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल के बीच का फर्क नही मालूम. मालूम होता तो इस तरह के अधार्मिक कुकृत्य नही करते. अजय राय ने कहा कि काशी की धार्मिकता व उसकी सांस्कृतिक महत्ता को नष्ट होने से बचाने के लिए अगर जरूरी हुआ तो हम कांग्रेस के लोग एक बड़ा आंदोलन भी करेंगे. हम यूं हांथ पर हांथ रखकर काशी को नष्ट होते नही देख सकते. अगर हम आज चुप रहे, तो आने वाला समय हमे माफ़ नही करेगा. हम राजनीतिज्ञ हैं, इससे पहले हम काशीवासी हैं. 

यह रहे उपस्थित

पत्रकारवार्ता में जिला एवं महानगर अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, सीताराम केसरी, फसाहत हुसैन बाबू, मनीष मोरोलिया, चंचल शर्मा, डा राजेश गुप्ता, आनंद सिंह, रोहित दूबे, अनुभव राय, किशन यादव आदि उपस्थित थे.