कांग्रेस ने पूछा सवाल: BHU-IIT की छात्रा संग गलत करने वाले आरोपियों का किस नेता का संरक्षण!, यूपी में बढ़ी राजनीतिक हत्याएं...
कांग्रेस ने मंगलवार को मैदागिन स्थित कार्यालय में प्रेसवार्ता कर केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
वाराणसी, भदैनी मिरर। कांग्रेस ने मंगलवार को मैदागिन स्थित कार्यालय में प्रेसवार्ता कर केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हत्याएं बढ़ रही है, अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है. कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) वर्ष 2023 के डाटा बताते है कि वही 15% अपराध पूरे भारत में बड़ा है.
संरक्षण देने वाले कब जायेंगे जेल
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. राजेश मिश्रा ने कहा कि पीएम के क्षेत्र में 1 नवंबर की आधी रात को बीएचयू आईआईटी की छात्रा का कैंपस के अंदर भाजपा महानगर आईटी सेल के पदाधिकारी गन प्वाइंट पर बलात्कार करते हैं. 3 नवंबर को उनकी वीडियो फुटेज मिल जाती है और 5 नवंबर को पीड़िता द्वारा शिनाख्त होने के बावजूद उनकी गिरफ्तारी नहीं होती है, बल्कि उन्हें भाजपा के नेताओं के द्वारा मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार में भेज दिया जाता है और छात्रों के द्वारा किए जा रहे आंदोलन को दबाने का प्रयास किया गया. पीड़िता ने जब अपनी आवाज को मुखर रखा तो दो महीने बाद उनकी गिरफ्तारी आनन-फानन में होती है. यह स्पष्ट करता है पीड़िता के शिनाख्त के तत्काल बाद आरोपी बलात्कारियों को जेल भेज दिया गया होता है तो आज तीन राज्यों के चुनाव परिणाम अलग होते.
संरक्षण देने वाले कौन है वह विधायक-मंत्री
प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह ने सवाल उठाया इन आरोपियों को बचाने में कौन लोग शामिल थे? इसकी विधिवत जांच की जाए जिससे जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली योगी सरकार का चेहरा उजागर हो जाएगा कि बलात्कारियों को बचाने में भाजपा के कौन से विधायक और मंत्री का संरक्षण आरोपियों को प्राप्त था. घटना को अंजाम देने वाले आरोपी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी वाराणसी दौरे पर स्वागत करते हुए पाए जाते हैं. इस तरह से जैसे बिलकिस बानो के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने यह बता दिया की सजायाफ़्ता बलात्कारियों को बचाने में पूरी बीजेपी की गुजरात सरकार लगी रही जो उनके चाल- चरित्र-चेहरे पर कोर्ट द्वारा तगड़ा तमाचा है. इस वार्ता के दौरान शहर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने एक दूसरी घटना का जिक्र करते हुए कहा जो मुख्यमंत्री के गोरखपुर क्षेत्र की है जहां विनोद उपाध्याय को सुल्तानपुर में पुलिस मुठभेड़ द्वारा मार दिया जाता है. यह बात बिल्कुल आईने की तरह साफ है की गोरखपुर के रहने वाले विनोद उपाध्याय योगी आदित्यनाथ के पुराने राजनीतिक विरोधी रहे हैं. इस वजह से उन पर इनाम की धनराशि बढ़ाकर फर्जी मुकदमे दायर कर उनको मार दिया गया यह योगी सरकार की बढ़ती हुई राजनीतिक हत्या को दर्शाता है. पत्रकार वार्ता में पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, प्रदेश प्रवक्ता सजीव सिंह, जिला व महानगर अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेन्द्र चौबे, प्रदेश सचिव फ़साहत हुसैन बाबू,अफरोज अंसारी,डॉ राजेश गुप्ता,राजीव राम, उमेश द्विवेदी, महिला कांग्रेस की जिला व महानगर अध्यक्ष अनुराधा यादव व पूनम विश्वकर्मा, राणा रोहित,राजीव नयन,मो उजैर, शुभम सिंह,रामजी गुप्ता,किशन यादव समेत प्रमुख लोग शामिल रहे.