चाइल्ड लाइन ने रुकवाया बाल विवाह: बंधक बनवाकर करवाई जा रही थी शादी, 3 दिन बाद घर लौटे थे दोनों नाबालिग...
Child line stopped child marriage. The marriage was being held hostage,Teenagers returned home after 3 days. चाइल्ड लाइन के हेल्पलाइन 1098 की सूचना पर टीम ने बाल विवाह रुकवाया। पिछले चार महीने में तीसरा बाल विवाह को टीम ने रुकवाया है।
वाराणसी, भदैनी मिरर। चाइल्ड लाइन के हेल्पलाइन नम्बर (1098) की सूचना पर सक्रिय हुई टीम ने सोमवार की रात बजरडीहा क्षेत्र के मलिन बस्ती में बाल विवाह रुकवा दिया। मौके पर पहुंची टीम ने ने जांच की तो किशोर और किशोरी दोनों नाबालिग निकले। किशोरी के परिजन किशोर को बंधक बनाकर जबरन शादी करवा रहे थे।
बता दें, चाइल्ड लाइन ने चार माह के भीतर यह तीसरा बाल विवाह होने से रोका है। इसके पहले दुर्गाकुण्ड और चोलापुर इलाके में हो रहे बाल विवाह को रोकने में चाइल्ड लाइन ने सफलता हासिल की थी।
तीन दिन बाद दोनों लौटे थे घर
हेल्पलाइन पर सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन के निदेशक मजू मैथ्यू ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह से संपर्क किया। इसके बाद चाइल्ड लाइन व जिला बाल संरक्षण इकाई की एक टीम बजरडीहा पुलिस चौकी से पुलिस को साथ लेकर मलिन बस्ती पहुंची। इस टीम में रामप्रताप चौहान, खुशबू भारती, अंकुर यादव, गोविन्द गुप्ता व बाल संरक्षण इकाई के राजकुमार शामिल थे। टीम जब पुलिस के साथ वहां पहुंची तब वहां शादी की रस्म हो रही थी। पुलिस टीम को साथ देख वहां अफरा-तफरी मच गयी। चाइल्ड लाइन के निदेशक मजू मैथ्यू ने बताया कि किशोरी और किशोर के परिजनों को बजरडीहा पुलिस चौकी लाकर पूछताछ की गयी तो पता चला कि न सिर्फ किशोरी बल्कि किशोर भी नाबालिग है। कुछ दिन पूर्व दोनों एक साथ घर से कहीं चले गये थे और तीन दिन बाद लौटे थे। इस मामले को लेकर किशोरी के परिवार वाले बेहद नाराज हुए। उन्होंने किशोर के परिजनों से शादी के लिए दबाव बनाया। उनके इनकार करने पर सोमवार को किशोरी के परिवार के लोगों ने किशोर को बंधक बना लिया और उसकी जबरन किशोरी से शादी करा रहे थे। परिजनों के लिखित आश्वासन पर कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं करेंगे, किशोरी को घर जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई । चाइल्ड लाइन निदेशक मजू मैथ्यू के अनुसार किशोर व किशोरी को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।