बैंकर्स ने शुरु किया अपना विरोध, बैंको के UFBU ने निजीकरण के खिलाफ किया प्रदर्शन...
Bankers started their protest UFBU of banks demonstrated against privatization. बैंकर्स का यह विरोध प्रदर्शन उस बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के संशोधन बिल का है जिसे संसद के इसी शीत सत्र में पेश किया जाना है।
वाराणसी,भदैनी मिरर। बैंककर्मियों ने केंद्र सरकार द्वारा बैंको के निजीकरण के विरोध में अपना विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया है। बैंककर्मी अपना विरोध प्रदर्शन लम्बे समय से करते आ रहे है।पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को पहले दिन बैंक का काम-धाम निपटाने के बाद शाम को सभी बैंक शाखाओं पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
बता दें, बैंककर्मियों का यह विरोध उस बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के संसोधन बिल का है जिसे संसद के इसी शीत सत्र में पेश किया जाना है। बैंकर्स का आरोप है कि केंद्र इस बिल के माध्यम से किसी भी सरकारी बैंकों को कभी भी निजी हाथों में सौंप सकती है। आंदोलित बैकर्स के अनुसार वर्तमान में दो बैंको का निजीकरण प्रस्तावित है।
आम और गरीब जनता को होगा नुकसान
विरोध प्रदर्शन कर रहे है बैंककर्मियों का कहना है कि सरकार द्वारा प्रस्तावित इस निजीकरण से सबसे ज्यादा नुकसान आम और गरीबी तबके की जनता को होगा। वो बताते हैं कि देश के 80 प्रतिशत गरीब एवं पिछड़े वर्ग का खाता इन्ही बैंको में है। इन्ही सरकारी क्षेत्रों के बैंको के माध्यम से तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ इस गरीब जनता तक पहुंचाया जाता है, इन्हें सहायता प्रदान की जाती है। इस प्रस्तवित निजीकरण योजना का यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने पुरजोर विरोध किया है। उसी के तहत UFBU द्वारा प्रस्तवित धरना-प्रदर्शन के कार्यक्रम के क्रम में मंगलवार को वाराणसी में बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में बैंक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैंकों पर नहीं लागू होने देंगे जनविरोधी नीति
सभा को संबोधित करते हुए UFBU के सह संयोजक अभिषेक श्रीवास्तव, युपीबीयू के के.के. चौबे, संजय शर्मा, अमिताभ भौमिक आदि ने सरकार के प्रस्तावित बैंको के निजीकरण का पुरजोर विरोध और भर्तस्ना की। उन्होंने कहा कि सरकार की इस जनविरोधी नीति को किसी हाल में बैंकों के ऊपर नही लागू होने दिया जाएगा। सरकार के इस कदम से आम जनता के साथ साथ गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार को नुकसान होगा और इसको किसी हाल में होने नही दिया जाएगा। उन्होंने ही बताया कि सरकार के सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में सभी बैंकों के सभी कर्मचारी यूएफबीयू के बैनर तले सड़कों पर उतर कर विभिन्न स्थलों पर सरकार की पूंजीपति समर्थित नीतियों के खिलाफ आवाज और नारे लगाए जा रहे है।
सभा को अनंत मिश्रा, सुशील पवन गुप्ता , नितिन सिंह, अवनीश सिंह, अरविंद राय, प्रमोद द्विवेदी, शीतल दुबे, बालेश्वर, पूजा, अनंत मिश्रा, प्रवीण झा आदि ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी तादाद में अधिकारी और कर्मचारी उपस्थिति रहे।
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