ब्रम्हलीन हुए संत: अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वरपुरी महाराज को दी गई भू-समाधि, अंतिम दर्शन को अनुयायियों का उमड़ा रहा सैलाब...

ब्रम्हलीन हुए संत: अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वरपुरी महाराज को दी गई भू-समाधि, अंतिम दर्शन को अनुयायियों का उमड़ा रहा सैलाब...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत रामेश्वरपुरी महाराज ने रविवार की सुबह भू समाधि ली। शनिवार की दोपहर 3.30 बजे महमूरगंज स्थित एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। रविवार की सुबह उन्होंने शिवपुर स्थित मंदिर द्वारा संचालित अन्नपूर्णा ब्रह्मचर्य ऋषिकुल आश्रम में भू समाधि ली।

इससे पूर्व भोर में 05 बजे उनके पार्थिव शरीर का दूध, दही, शहद, घी, इत्र से अभिषेक कराया गया। गेरुआ वस्त्र धारण कराकर पगड़ी बांधी गई। इसके बाद रुद्राक्ष तुलसी और फूलों की मालाएं पहनाई गई। सिंघासन पर विराजमान कराया गया। आरती की गई। उप महंत शंकरपुरी की अगुवाई में अंतिम यात्रा निकली। महाराज को मंदिर की एक फेरी के साथ ही मंदिर परिवार के सदस्यों ने कंधे पर पालकी रखकर बांसफाटक पहुंचे। वहां से वाहन द्वारा अंतिम यात्रा शिवपुर पहुंची।


जहां ब्रह्मचर्य ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय के मैदान में संतों ने ही समाधि की सारी प्रक्रिया पूरी की। और वैदिक मंत्रों के बीच सुबह 7.45 बजे उन्हें भू समाधि में लीन कराया गया। इस दौरान महानिर्वाणी अखाड़े से आये संत, काशी के संत समाज, काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट के एक्सक्यूटिव ट्रस्टी के. जनार्दन शर्मा, मंदिर प्रबंधक काशी मिश्रा, बटुक भैरव मंदिर के महंत भास्करपुरी, महंत राकेशपुरी, प्रो. रामनारायण द्विवेदी और मंदिर परिवार से जुड़े लोग मौजूद रहे। 


इसलिए लिया गया भू समाधि का निर्णय


दरअसल, महंत रामेश्वरपुरी के पार्थिव शरीर को जल समाधि दिलवानी थी। पर अखाड़े से पहुंचे सन्तों के निर्णय के बाद देर रात्रि भू समाधि दिलाने का तय हुआ। इसलिए सुबह उन्हें भू समाधि दिलाई गई।


सीएम के दूत बनकर पहुंचे राज्यमंत्री


समाधि स्थल पर रविवार की सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ के दूत बनकर राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ महंत रामेश्वरपुरी की समाधि पर पुष्प अर्पित किया और उपमहंत शंकर से पुरी से वार्ता करके सीएम का शोक संदेश दिया। इसके अलावा भाजपा काशी प्रांत के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, पूर्व राज्यमंत्री रीबू श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने समाधि स्थल पहुंचे थे।