Ex-ब्वॉयफ्रेंड की हत्या करने के मामले में गर्लफ्रेंड सहित तीन की जमानत अर्जी खारिज, गले और सीने पर घोंपा था पेचकस...
फर्रुखाबाद के रहने वाले बीएससी के छात्र देवांश यादव की हत्या के मामले में आरोपित कानपुर निवासिनी गर्लफ्रेंड अनुष्का तिवारी, लड़की के नए ब्वॉयफ्रेंड राहुल सेठ और ड्राइवर शादाब आलम की जमानत अर्जी जिला जज की कोर्ट ने खारिज कर दी.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सत्र न्यायाधीश डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने फर्रुखाबाद निवासी बीएससी का छात्र देवांश यादव की हत्या के मामले में आरोपित कानपुर निवासिनी गर्लफ्रेंड अनुष्का तिवारी, थाना मड़ियाहू जौनपुर निवासी राहुल सेठ व शादाब आलम के तथ्य एवं परिस्थितियों में अपराध की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए जमानत अर्जी खारिज कर दी. अदालत में जमानत अर्जी का विरोध प्रभारी डीजीसी मुनीब सिंह चौहान व वादी के अधिवक्ता श्याम सुंदर चौरसिया, कलीम फरहत व नियाज अहमद अंसारी ने किया.
अभियोजन पक्ष के अनुसार फर्रुखाबाद जिले के मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के कुइयावूट बाईपास निवासी शिक्षक रामकिशोर यादव ने 29 मई को भेलूपुर थाने में गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस के छानबीन में पता चला उनके बेटे देवांश की प्रेमिका और कानपुर निवासी बीएचयू की एमकॉम की छात्रा अनुष्का तिवारी व उसके प्रेमी जौनपुर निवासी राहुल सेठ और कार चालक सादाब आलम धोखे से मारकर हत्या कर दी. देवांश की लाश 27 मई को चंदौली जिले में मिली थी. 72 घंटे तक पुलिस ने शव की पहचान कराने की कोशिश की और सफलता न मिलने पर पोस्टमार्टम कराकर उसकी अंत्येष्टि करा दी थी. देवांश के माता-पिता को मलाल है कि वो अपने इकलौते बेटे का शव तक नहीं देख सके.
नए प्रेमी का विरोध करता देवांश
पुलिस की पूछताछ में अनुष्का ने बताया था कि कानपुर में रहने के दौरान वह और देवांश एक दूसरे से प्यार करते थे. पढ़ाई के लिए बनारस आने के बाद भी वह और देवांश संपर्क में थे. बीच में अनुष्का की जान-पहचान राहुल से हुई. पैसे और राहुल का लाइफ स्टाइल देख अनुष्का उसपर मरने लगी.
देवांश को इस बात की भनक हुई तो उसने अपने रिश्ते का हवाला देकर विरोध किया. रोज-रोज की टोका-टाकी बीएचयू में पढ़ने वाली अनुष्का को नागवारी गुजरी और उसने देवांश को रास्ते से हटाने की साजिश रची. इसमें उसने नए नवेले प्रेमी राहुल से मदद मांगी. साजिश के तहत ही वह देवांश को फोन कर वाराणसी बुलाई. पुलिस को अनुष्का ने बताया कि 26 मई को वह कार लेकर अस्सी पुलिया के पास देवांश से मिली.
जमीन पर पटका, फिर गले और सीने पर पेचकस घोंपा
कार को राहुल का दोस्त सादाब आलम चला रहा था. कार से देवांश को चंदौली जिले के सिंघी ताली पुलिया के आगे ले जाया गया. सुनसान स्थान देख कर देवांश को कार से नीचे उतार कर राहुल और सादाब ने उसे पटक-पटक कर मारा. इसके बाद देवांश के गले और सीने पर पेचकस से ताबड़तोड़ कई वार किए. देवांश की मौत की पुष्टि होने पर लाश को वहीं छोड़कर लौट आए. अगली सुबह अनुष्का और राहुल बाहर चले गए.
26 मई से देवांश का मोबाइल था बंद
शिक्षक रामकिशोर यादव का इकलौता बेटा देवांश यादव बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र था. बीते 25 मई 2023 को देवांश वाराणसी घूमने जाने की बात कहकर घर से निकला था. हालांकि वह बीएचयू में पढ़ने वाली अपनी प्रेमिका अनुष्का से मिलने आया था. 26 मई को देवांश ने अपने दोस्त श्रीवत्स को बताया था कि वह अस्सी क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरा है. इसके बाद देवांश का मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा. देवांश की खोजबीन करते हुए उसके मां-बाप वाराणसी आए और 29 मई को भेलूपुर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई.
शुरू से था अनुष्का पर शक
काफी खोजबीन के बाद भी देवांश का पता नहीं लगा तो देवांश के पिता रामकिशोर ने आठ जून को भेलूपुर थाने में अनुष्का और उसके पिता व चाचा के खिलाफ अपने बेटे के अपहरण और धमकाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया. सर्विलांस प्रभारी अंजनी पांडेय और अस्सी चौकी प्रभारी राजकुमार वर्मा का सर्विलांस और सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से अनुष्का और राहुल पर शक गहराया. दोनों से पूछताछ शुरू हुई तो वारदात की गुत्थी परत दर परत सुलझती चली गई.