समीकरण: अपने किले में अजय राय कर पाएंगे इंट्री! इस सीट पर भी लड़ाई दिलचस्प...

Equation Ajay Rai will be able to enter his fort! Interesting fight on this seat too. पिंडरा विधानसभा अजय राय का अभेद किला रहा है, लेकिन मोदी मैजिक में यह सीट उनके हाथ से निकल गई।

समीकरण: अपने किले में अजय राय कर पाएंगे इंट्री! इस सीट पर भी लड़ाई दिलचस्प...

वाराणसी,भदैनी मिरर। जिले के आठ विधानसभाओं में एक है पिंडरा।आजादी के बाद 1952 में जब पहला विधानसभा चुनाव हुआ तब इस सीट का नाम वाराणसी पश्चिम रहा। हालांकि पांच साल बाद 1957 के इसका नाम बदल कर कोलअसला कर दिया गया जो 2012 के परिसीमन तक कायम रहा। 2012 में हुए परिसीमन में इसे पिंडरा नाम मिला। इस सीट पर वर्तमान विधायक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से डॉ. अवधेश सिंह है। चुनावी मैदान में इनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के विधायक अजय राय से है। इस सीट से आम आदमी पार्टी नें अमर सिंह पटेल को मैदान में उतारा है। 

पिंडरा के पहले विधायक रहे अजय राय

बात करें पिंडरा विस की तो नए परसीमन के बाद पहला 2012 के विस चुनाव में अजय राय ने फतह हासिल की। वैसे जब इस विधानसभा क्षेत्र का नाम कोलअसला था तब सीपीआई के उदल ने एक-दो नहीं बल्कि नौ बार जीत हासिल की। विधानसभा क्षेत्र में लाल सलाम के नारे को पहली बार 1996 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे अजय राय ने बदला और क्षेत्र में भगवा लहराया। फिर ये सीट अजय राय के अभेद्य किले के रूप में तब्दील हो गई और 1996, 2002 और 2007 में अजय राय कोलअसला सीट से लगातार भाजपा के टिकट पर जीतते रहे। 2012 के चुनाव में जब ये सीट पिंडरा हो गई तब भी अजय राय ने इस सीट से विधानसभा चुनाव में जीत का चौका लगाया। लेकिन इस बार यहां लहराया पंजा निशान वाला तिरंगा। इस बीच 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद कोलअसला में हुए उपचुनाव में अजय राय ने निर्दल प्रत्याशी के रूप में शानदार जीत दर्ज की। लेकिन 2017 में अजय राय के करिश्मे पर मोदी लहर भारी पड़ी और भाजपा प्रत्याशी डॉ अवधेश सिंह ने जीत हासिल कर ली।

3 लोकसभा हार चुके है अजय राय

पिंडरा से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय वर्ष 2009, 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव भी लड़े। पहले 2009 में सपा के टिकट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ लेकिन तब के चुनाव में डॉ जोशी के खिलाफ बाहुबली मोख्तार अंसारी भी मैदान में रहे। ऐसे में अजय राय को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। फिर 2014 में राय, कांग्रेस के टिकट पर भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के समक्ष चुनौती पेश करने मैदान में आए लेकिन उस बार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी वाराणसी से नरेंद्र मोदी को चुनौती देने आए। नतीजा मोदी और केजरीवाल के बीच संघर्ष हुआ और राय को फिर तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। 2019 में अजय राय एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे। लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव के रूप में महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा और शालिनी दूसरे स्थान पर रहीं जबकि अजय राय को एक बार फिर तीसरा स्थान मिला।

पिंडरा विस के मतदाता

  • पुरुष मतदाता -  199174
  • महिला मतदाता - 170077
  • थर्ड जेंडर मतदाता - 14
  • वोटरों की कुल संख्या 369265

पिछले विस का आंकड़ा

        पार्टी                  प्रत्याशी                     कुल वोट          वोट प्रतिशत 

  1. भाजपा           अवधेश सिंह                  90,614.       44.34% 
  2. बसपा              बाबूलाल                       53,765       26.31%
  3. कांग्रेस             अजय राय                      48,189     23.58%

पिंडरा से चुनावी मैदान में-

  • डॉ अवधेश सिंह-भारतीय जनता पार्टी
  • अजय राय-इंडियन नेशनल कांग्रेस
  • बाबूलाल-बहुजन समाज पार्टी
  • अमरनाथ सिंह-आम आदमी पार्टी
  • राजेश कुमार सिंह-अपना दल (कमेरावादी)
  • श्रीप्रकाश मिश्र- निर्दलीय