एनडी तिवारी हत्याकांड में 2 लाख के इनामी बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू भी शामिल: क्राइम ब्रांच ने तीन को किया गिरफ्तार, तीन की तलाश जारी, इन कारणों से हुई थी हत्या
वाराणसी, भदैनी मिरर। कांग्रेस के नेता और प्रॉपर्टी डीलर नारायणदत्त तिवारी (एनडी तिवारी) हत्याकांड में साढ़े चार महीने बाद क्राइम ब्रांच ने तीन की गिरफ्तारी कर घटना में प्रयोग पिस्टल और स्कार्पियो गाड़ी बरामद किया है। इस घटना में 2 लाख के इनामी बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू का भी नाम सामने आया है। इस चर्चित हत्याकांड में दो लोगों की गिरफ्तारी पहले भी हो चुकी है।
लागतार बढ़ती जा रही थी दुश्मनी
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ग्रामीण अमित कुमार वर्मा ने बताया कि घटना के अनावरण में धरातलीय अभिसूचना और सर्विलांस से यह तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक प्रापर्टी की खरीद फरोख्त करने में स्थानीय प्रापर्टी डीलर व अन्य लोगों के निगाह में आ गये थे। जिसके कारण लोग अंदरूनी रंजिश व वैमनष्यता रखने लगे थे। इसी मध्य स्थानीय प्रापर्टी डीलर राजेन्द्र सिंह उर्फ राजन सिंह निवासी कुसहाँ, जनपद मिर्जापुर भूमि विवाद के कारण तथा देवेन्द्र नारायण सिंह निवासी अखरी (प्रधानाध्यापक) जिनके पुत्र रमाशंकर उर्फ रिंकू का नाम वर्ष 2018 में डब्लू मिश्रा की हत्याकाण्ड के अनावरण में मृतक एनडी तिवारी द्वारा पुलिस एवं प्रशासन का सहयोग से प्रकाश में आया था। जिस कारण रमाशंकर और देवेन्द्र नारायण सिंह एनडी तिवारी से अंदरूनी रंजिश रखते थे। रमाशंकर सिंह, देवेन्द्र नारायण सिंह, आयुष शर्मा व राजन सिंह द्वारा मिलकर विवादित प्रापर्टियों को खरीदने एवं स्थानीय क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए कुख्यात दो लाख इनामी अपराधी मनीष सिंह उर्फ सोनू से मिलकर रास्ते में बाधा बन रहे एनडी तिवारी की सुनियोजित तरीके से षड़यंत्र रच कर हत्या की गई।
इनकी हुई है गिरफ्तारी, इनकी है शेष
पुलिस ने राजेन्द्र उर्फ राजन ग्राम कुसहां, थाना चुनार जनपद मिर्जापुर, आयुष उर्फ आशू शर्मा निवासी भुआलपुर थाना रोहनिया, देवेन्द्र नारायण सिंह उर्फ मुन्ना निवासी अखरी थाना रोहनिया की गिरफ्तारी की गई है। घटना में अन्य के जो नाम प्रकाश में आये है हेमन्त सिंह उर्फ गोविन्दा उर्फ कुंडल, रमाशंकर सिंह उर्फ रिंकू के अलावा दो लाख के इनामिया बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू की गिरफ्तारी शेष है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार हुए लोगों के सांठगांठ इस घटना में पूर्व में गिरफ्तार होकर जेल में बंद लोगों से भी थे।
दो की पहले ही हुई थी गिरफ्तारी
घटना के चार दिन बाद 8 अप्रैल को ही पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अमित वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दो के गिरफ्तारी की जानकारी दी थी। पुलिस ने घटना में नामजद दयानंद पांडेय और धीरज कुमार पांडेय को ओढ़े मोड़ से गिरफ्तार किया था। घटना में अन्य नामजद नीरज को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। धीरज पांडेय ने अपनी जमानत याचिका भी विशेष न्यायाधीश पास्को अधिनियम राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी की अदालत में डालवाई थी, जिसे न्यायाधीश ने निरस्त कर दिया।जमानत का विरोध वादी की ओर से अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी पूर्व अध्यक्ष दी सेन्ट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी और सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी मधुकर उपाध्याय ने की थी।
दर्शन कर लौटते समय मारी थी गोली
बता दें कि, विगत 5 अप्रैल को शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर से दर्शन करके घर लौटते वक्त बदमाशों ने एनडी तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में मृतक के भाई दुर्गा प्रसाद तिवारी (डीपी तिवारी) ने थाना रोहनिया में तीन नामजद व अज्ञात बदमाशों के खिलाफ धारा 302, 147, 148, 149, 34, 504, 506 भादवि में मुकदमा पंजीकृत कराया था। विवेचना के दौरान धारा 307 और 120बी भादवि की बढ़ोत्तरी की गई थी।