सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने तोड़ा दम, तीन दिन पहले मुख्य गवाह की भी हुई है मौत, सुप्रीम कोर्ट के बाहर लगाई थी आग
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के मऊ के घोसी से बीएसपी सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने भी दम तोड़ दिया। महिला और उसके साथी सत्यम प्रकाश राय ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर आग लगाकर जान देने की कोशिश की थी। दोनों को गंभीर हालत में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां, तीन दिन पहले सत्यम की मौत हो गई थी और अब पीड़िता ने भी दम तोड़ दिया। सत्यम ही इस मामले में मुख्य गवाह भी था। रेप पीड़िता ने आत्मदाह करने के दौरान आरोप लगाया था कि अतुल राय, पुलिस और जजों की मिलीभगत से उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। इसी वजह से वह और उसके मुकदमे का गवाह आत्मदाह के लिए मजबूर हुए हैं।
आत्मदाह से पहले सोशल मीडिया पर लगाया था आरोपों की झड़ी
सांसद पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता और उसके साथी ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुद को आग लगाने से पहले लाइव वीडियो बनाया था। इसमें दोनों ने कहा था कि वह लोग सरकारी तंत्र से प्रताड़ित होने के बाद बुरी तरह से निराश हो गए हैं। अतुल राय ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए खूब प्रताड़ित किया।
पीड़िता के दोस्त ने कहा, 'उन लोगों ने पैसों के प्रलोभन को त्याग कर, भूखे, प्यासे रहकर अतुल राय के खिलाफ कानूनी लड़ाई को कायम रखा था, ताकि कानून और पुलिस व्यवस्था में लोगों का विश्वास बढ़े। अब वह लोग एक नेक्सस के जाल में फंस गए हैं। हम लोगों के पास भी अगर राजनीतिक आश्रय होता तो शायद हमें इस कदर परेशान नहीं होना पड़ता।'
यूपी सरकार ने गठित की है 2 सदस्यीय जांच समित
सुप्रीम कोर्ट के सामने आग लगाने वाली रेप पीड़िता और उसके गवाह के प्रकरण की जांच के लिए 2 सदस्यीय जांच समित का गठन किया है। जांच समिति में पुलिस महानिदेशक डॉ. आरके विश्वकर्मा और नीरा रावत शामिल हैं। जांच के क्रम में सबसे पहले 23 अगस्त को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को समिति ने बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। इसके बाद से बारी-बारी सभी पुलिस अफसर जांच समिति के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराएंगे। बयान दर्ज करने के बाद समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपेगी।
पीड़िता बलिया की रहने वाली है
मूलत: बलिया जिले की रहने वाली और वाराणसी के यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा है। उसने 1 मई 2019 को लंका थाने में बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ रेप सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराई थी। अतुल राय बीते सवा 2 साल से प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। हालांकि सांसद अतुल राय पर आरोप लगाने के बाद पीड़िता कभी अपने गाँव नहीं गई।
जानें कब, क्या हुआ
- 1 मई 2019 को बलिया निवासी कथित रेप पीड़िता ने लंका थाने में सांसद अतुल राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
- 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में सरेंडर किया, जेल गए।
- अतुल राय बीते सवा 2 साल से प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं।
- 2 दिसंबर 2020 को पीड़िता के गवाह सत्यम प्रकाश राय ने लंका थाने धमकी मिलने का मुकदमा दर्ज कराया।
- 2 अगस्त 2021 को रेप पीड़िता के खिलाफ कैंट थाने में दर्ज मुकदमे में अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया।
- 16 अगस्त 2021 की दोपहर सुप्रीम कोर्ट के सामने पीड़िता और गवाह ने फेसबुक पर लाइव हुए और आत्मदाह किया।
- आत्मदाह की घटना के बाद यूपी सरकार ने दो सदस्यीय जांच समिति गठित की।
- टीम में पुलिस महानिदेशक डॉ. आरके विश्वकर्मा और नीरा रावत शामिल है। जांच टीम ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को 23 अगस्त को बयान दर्ज करने के लिए तलब किया है।
- 21 अगस्त को पीड़िता के मित्र और गवाह सत्यम की इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
- 24 अगस्त को बलिया निवासी पीड़िता ने भी दम तोड़ा।