नीलगिरी इंफ्रासिटी के 13.6 करोड़ की संपत्ति होगी जब्त: जमीन सहित 2 जगुआर कार और आलीशान भवन हुआ चिन्हित, जाने संपत्तियों का व्यौरा..
Nilgiri Infracity's assets worth Rs 13.6 crore will be confiscated. Land including 2 Jaguar cars and luxurious building marked. जमीन मकान और ज्यादा से ज्यादा लाभ देने का भरोसा देकर जनता का पैसा निवेश कराकर हड़पने वाले फ्रॉड कंपनी नीलगिरी पर शिकंजा और भी कस गया है. जांच कर रही पुलिस टीम ने आयकर की मदद से नीलगिरी इंफ्रासिटी के मालिक दंपत्तियों सहित मैनेजर की 13.6 करोड की प्रॉपर्टी चिन्हित की है. पुलिस अब इन संपत्तियों के जब्तीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। जमीन, गोल्ड और टूर पैकेज के नाम पर निवेशकों को सपने दिखाकर करोड़ों की जालसाजी करने वाली फ्रॉड कंपनी नीलगिरी इंफ्रासिटी के सीएमडी विकास सिंह, उसकी पत्नी व एमडी ऋतु सिंह और उसका मैनेजर प्रदीप यादव के नाम से कुल 13.6 करोड़ के संपत्तियों का पता स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को लगी है। इनके नाम पर चल और अचल संपत्तियां सदर और पिंडरा तहसील क्षेत्रों के अलावा चंदौली के डीडीयू नगर इलाके में हैं। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट 14 (1) की कार्यवाही में जब्तीकरण की कार्यवाही शुरु कर दी है।
DM वाराणसी और चंदौली को भेजी गई आदेश की कॉपी
पुलिस आयुक्त (CP) ए. सतीश गणेश ने बताया कि फ्रॉड कंपनी नीलगिरी के मालिक दंपत्तियों ने ज्यादातर जमीन प्रदीप के नाम पर कर डाली है। प्रदीप के नाम से 8 करोड़ 68 लाख मूल्य की 16 स्थानों पर जमीन चिन्हीकरण की गई है।
जबकि सीएमडी विकास सिंह के पास 45 लाख की एक जगुआर तो दूसरी जगुआर 40 लाख के अलावा 6 लाख की ब्रेजा चिन्हित हुई है। सदर तहसील के तुलसीपुर में 737 वर्ग मीटर की कीमत 2 करोड़ 43 लाख है, वही दीन दयाल उपाध्याय नगर (डीडीयू) चंदौली में 9 लाख जबकि भेलूपुर नगर निगम जोन में 56 लाख रुपए मूल्य का भवन है। यानी विकास के पास कुल 4 करोड़ की संपत्ति है।
वही एमडी रितु सिंह के नाम पर पिंडरा तहसील में 92 लाख रुपए मूल्य की भूमि चिन्हित की गई है। पुलिस ने तीनों के पास से 13 करोड़ 60 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति के जब्तीकरण के आदेश की कॉपी सीपी वाराणसी ने जिलाधिकारी वाराणसी और चंदौली को भेज दी है।
जिला जेल में बन्द है जालसाज
आम जनता को धोखे से निवेश कराने वाले फ्रॉड नीलगिरी कंपनी के मालिक दंपत्ति विकास सिंह व रितु सिंह, मैनेजर प्रदीप यादव, पलाश समेत 6 लोग जिला जेल में बंद है। इस प्रकरण में चेतगंज थाने में 16 लोगों के ऊपर 80 मुकदमें दर्ज है। बता दें, नीलगिरी इंफ्रासिटी के मालिक विकास सिंह ने ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने का लालच देकर पूर्वांचल सहित बिहार, झारखंड, एमपी और छत्तीसगढ़ के लोगों को ठगा है।