बैंक का ज्वेल आपरजेर ही निकला मास्टरमाइंड: केनरा बैंक को चूना लगाने वाले दो और गिरफ्तार, दस को पहले ही भेजा जा चुका है जेल
वाराणसी, भदैनी मिरर। केनरा बैंक से जुड़े अर्दली बाजार और लहरतारा की शाखाओं से लोन लेने के लिए बैंक में नकली सोना गिरवी रखवाने के मुख्य साजिशकर्ता बैंक के ज्वेल आपरजेर रवींद्र प्रकाश सेठ निवासी कोनिया और उसके साथी विजय प्रजापति निवासी जद्दूमंडी लक्सा को मंडुआडीह पुलिस ने भिखारीपुर के समीप से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासा तब हुआ था जब बैंक द्वारा सुपर वैल्यूएवर द्वारा तसल्ली के लिए दोबारा सोने की जांच करवाई गई, जिसके बाद नकली सोने की पुष्टि हुई थी।
रवींद्र प्रकाश सेठ बैंक की ओर से मूल्यांकन के लिए अधिकृत था। बैंक में गिरवी रखे जाने वाले सोने का मूल्यांकन वही करता था। प्रभारी निरीक्षक मड़ुवाडीह परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि रवींद्र का कहना है कि वह केनरा बैंक सहित एक निजी बैंक का भी अनुमोदित स्वर्ण मूल्यांकन (ज्वेल आपरेजर) था। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों पर आरोप है कि जालसाजी करके शुद्धता का फर्जी प्रमाण पत्र देकर बैंक को गुमराह कर 85 लाख रुपये का लोन लिया था।
दस की पहले हो चुकी है गिरफ्तारी
मंडुआडीह पुलिस ने इस मामलें में 10 ठगों को पहले ही गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठगों में तीन महिला अभियुक्त भी शामिल थी। गिरफ्तार शिवनारायण यादव और अमित कुमार शर्मा लक्सा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। परदेसी बिंद मंडुआडीह, प्रतीक रस्तोगी दशाश्वमेध, सागर कुमार मौर्या भेलूपुर, राजेश कुमार मेहता कोतवाली और लक्ष्मण सिंह, नेहा श्रीवास्तव, दीया प्रजापति भेलूपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। श्वेता जबेरी चौक थाना क्षेत्र में रहती है।
गिरफ्तार करने वाली टीम
प्रभारी निरीक्षक परशुराम त्रिपाठी, बीएलडब्ल्यू चौकी इंचार्ज गौरव पांडेय, चौकी इंचार्ज मड़ौली ईश्वर दयाल दुबे, लहरतारा चौकी इंचार्ज श्रीराम उपाध्याय, दरोगा अश्वनी राय क्राइम टीम शामिल रहे।