12 साल में 300 करोड़ की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड सहित 2 गिरफ्तार, दशकों से थी कई राज्यों के पुलिस को तलाश...

देश के कई राज्यों की जनता को 12 साल में 300 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड सहित 2 को वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया है.

12 साल में 300 करोड़ की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड सहित 2 गिरफ्तार, दशकों से थी कई राज्यों के पुलिस को तलाश...
महाठगी का मास्टर माइंड अरुणेश सीता और फ्रॉड कंपनी का डायरेक्टर बालचंद्र चौरसिया। (बाएं से दाहिने)

वाराणसी,भदैनी मिरर। चार सालों में पैसे दोगुना करने का झांसा देकर लोगों को करीब ठगने वाला इंडस वेयर कंपनी का मास्टर माइंड अरुणेश सीता को वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने लखनऊ से दबोच लिया है. इसके साथ ही इस कंपनी का एक और डायरेक्टर बालचंद चौरसिया को बलिया से गिरफ्तार किया गया है. अरुणेश सीता को कई जनपद की पुलिस सहित UP के इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EoW) को तलाश थी. इस गिरोह ने बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में कुल 19 मुकदमें दर्ज है. जिसमें 2 मुकदमें वाराणसी के चेतगंज में दर्ज है, कुल 14 मुकदमों का वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पता लगा लिया है, ताकि मुकदमों की जानकारी कर रही है. 

लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में रीजनल मैनेजर था मास्टरमाइंड

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया की बिहार के पटना का मूल निवासी अरुणेश सीता पहले रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में रीजनल मैनेजर के पद पर बिहार और पश्चिम बंगाल में कार्य करता था. उसके बाद 2010 में अपने अनिल त्रिवेदी, राशिद  व अन्य कुछ साथियों संग मिलकर इंडस वेयर तथा अन्य कंपनियां खोलकर पॉजी स्कीम का धंधा दिल्ली में ऑफिस खोलकर शुरु किया. फिर देश के कई शहरों में अपना नेटवर्क फैलाया. अपने कंपनी में कई डायरेक्टर्स, लीडर्स और एरिया मैनेजर जैसे पदों पर अपने खास लोगों को बैठकर महाठगी का धंधा शुरु किया. 

ठगी के पैसे से खूब बनाई प्रॉपर्टी, लांच किया फिल्म कंपनी

(पुलिस ने 14 मुकदमों की जानकारी जुटा ली है, बाकी जानकारी हासिल कर रही है)

इन्वेस्टर से एफडीआर (Fix Deposit Reciept) और शेयर के नाम पर पैसे जमा करवाया. उन्ही पैसों से अरुणेश सीता ने पश्चिम बंगाल के वर्धमान में होटल, पटना में बेशकीमती जमीने और प्लॉट, दिल्ली में मॉल और कॉन्प्लेक्स में कमर्शियल प्रॉपर्टीयां खरीदी. अरुणेश ने एक फिल्म कंपनी भी लॉन्च कर अरुणेश ने चार पांच भोजपुरी फिल्में भी ठगी के पैसे से प्रोड्यूस की. पुलिस के मुताबिक गरीबों के रुपयों से अरुणेश सीता ने खूब ऐश किया, अपने स्टाफों को फाइव स्टार होटल में सक्सेस पार्टियां देता था. यह शातिर पिछले एक दशक से पुलिस के चंगुल से बचता रहा है. 

पेंचीदा केसेस सॉल्व कर रही कमिश्नरेट पुलिस

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने 'भदैनी मिरर' से बताया की एक दशक से पुलिस के चंगुल से बचता रहा यह ठग वाराणसी कमिश्नरेट के क्राइम ब्रांच के जाल में फंस गया है. यह आर्थिक ठगी करीब 300 करोड़ से अधिक का है. उन्होंने बताया की इकोनॉमिक ऑफेंस के पेचीदा केसेज वर्कआउट करने में लगातार कामयाबी हासिल कर रही है वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस. क्राइम ब्रांच के प्रभारी अंजनी पांडेय की टीम को यह कामयाबी मिली है. क्राइम ब्रांच टीम में दरोगा राजकुमार पाण्डेय और दरोगा सूरज तिवारी हिस्सा रहे. टीम को पुलिस कमिश्नर ने नगद पुरस्कार देने की भी घोषणा की है. कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस इन शातिर को न्यायलय में प्रस्तुत कर ज्यूडिशियल रिमांड मांगेगी.