सावन के पहले सोमवार पर जलाभिषेक को लेकर हुए बदलाव पर यादव बंधुओं ने की CM Yogi से ये मांग, जिला प्रशासन पर लगाया आरोप
सावन के पहले सोमवार को यादव समाज के लोग बाबा विश्वनाथ का पहला जलाभिषेक करते हैं. यह परंपरा 92 सालों से चली आ रही हैं. इस वर्ष यादव समाज के लोगों ने गर्भगृह में प्रवेश करके जलाभिषेक करने का निर्णय लिया है. इसी क्रम में आज यादव बंधुओं ने पराड़कर भवन में पत्रकारवार्ता की. इस दौरान उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि श्रद्धालुओं को संख्या में बांधने का काम ना करें.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन के पहले सोमवार को यादव समाज के लोग बाबा विश्वनाथ का पहला जलाभिषेक करते हैं. यह परंपरा 92 सालों से चली आ रही हैं. इस वर्ष यादव समाज के लोगों ने गर्भगृह में प्रवेश करके जलाभिषेक करने का निर्णय लिया है. इसी क्रम में आज यादव बंधुओं ने पराड़कर भवन में पत्रकारवार्ता की. इस दौरान उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि श्रद्धालुओं को संख्या में बांधने का काम ना करें.
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि परम्परागत कार्यक्रम से किसी प्रकार से छेड़छाड़ ना किया जाए. ना ही उसका स्वरुप बदला जाए. बावजूद इसके जिला एवं काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने सीएम योगी के आदेश की अवहेलना करते यादव बंधुओं के पारंपरिक काशी विश्वनाथ गर्भगृह जलाभिषेक कार्यक्रम को बाधित कर नई परंपरा का तुगलकी फरमान जारी किया है.
गोवर्धन पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद यादव ‘गप्पू’ ने बताया कि फरमान के अनुसार, इसमें मात्र 21 यादव बंधु गर्भगृह में जलाभिषेक करेंगे. इस निर्णय से यादव समाज के आस्था को ठेस पहुंची है. हम लोगों की मांग है कि हमें जलाभिषेक के लिए जिस तरह पहले 2 घंटे का समय मिलता था उसे पूर्व की तरह ही निर्धारित किया जाए. उन्होंने कहा कि हमारा सीएम योगी से प्रशासन से आग्रह है कि हमारी पुरानी परंपरा को पूर्वत चालू किया जाए.