गंगा में अब सिर्फ CNG नावें ही चलेंगी, PM आगमन को लेकर सड़कों से पकड़े जा रहे है आवारा पशु...

Now only CNG boats will run in the Ganges stray animals are being caught from the roads due to the arrival of PMगंगा में अब सिर्फ CNG नावें ही चलेंगी, PM आगमन को लेकर सड़कों से पकड़े जा रहे है आवारा पशु...

गंगा में अब सिर्फ CNG नावें ही चलेंगी, PM आगमन को लेकर सड़कों से पकड़े जा रहे है आवारा पशु...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए वाराणसी के सांसद और पीएम नरेंद्र मोदी का आगामी 13 दिसम्बर को काशी आगमन हो रहा है। पीएम लोकार्पण के साथ ही गंगा में जल विहार भी करेंगे। जिसे लेकर प्रशासन व नगर निगम ने अपनी कमर कस ली है। जिसके तहत नगर आयुक्त प्रणय सिंह के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने शुक्रवार को मोटरबोट को सीएनजी में तब्दील करने का फरमान जारी किया है। जारी फरमान के अनुसार अब गंगा में मोटरबोट के संचालन पर पूर्ण रोक लगा दी गई है। अब सिर्फ सीएनजी नावों का ही संचालन हो सकेगा। साथ ही यह भी सख्त आदेश दिया गया है कि यदि जारी किये गए इस नये फरमान का कोई पालन नहीं करता है तो नाव का लाइसेंस निरस्त होगा। 

नावों को भी किया जॉयेगा जब्त

डीजल-पेट्रोल चालित नावों को लेकर नगर निगम में घंटों बैठक चली। बैठक के दौरान सभी मोटर चालित नावों को 12 दिसंबर के पूर्व हर हाल में सीएनजी में बदलने का निर्देश अनुज्ञप्ति विभाग को दिया गया। अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि 13 दिसंबर को पीएम के आगमन के दौरान मोटरबोट नाविक बिना सीएनजी संचालन करते पाए गए तो उनकी नावों को जब्त किया जाएगा।


पशु सचल दस्ता हुआ सक्रिय
पीएम आगमन को देखते हुए नगर निगम का पशु सचल दस्ता सक्रिय हो गया है। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह ने बताया कि जहां भी बंदरों व पशुओं के होने की जानकारी मिलती है उन्हें अभियान के तहत पकड़वाया जा रहा है। दस्ते में शामिल नगर निगम के कर्मचारियों ने शहर के विभिन्न जगहों से दर्जनों पशुओं व बंदरों को पकड़ा। 

चल रहा अतिक्रमण अभियान

पीएम आगमन के मद्देनजर शहर में अतिक्रमण अभियान भी चलाया जा रहा है। नगर निगम के अतिक्रमण निरीक्षक संजय श्रीवास्तव की अगुवाई में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से लहुराबीर, पिपलानी कटरा, लोहटिया, मैदागिन, मच्छोदरी पार्क, राजघाट, जीटी रोड, गोल गड्डा तिराहा, विशेश्वरगंज, मैदागिन, लोहटिया से कबीरचौरा तक अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान कुछ ठेलों को जब्त भी किया गया।