स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ विश्व वैदिक सनातन संघ का फूटा गुस्सा, हाथ में पोस्टर लेकर किया यज्ञ, जाने वजह...!
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादों को लेकर चर्चा में बने रहते है. अब स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ विश्व वैदिक सनातन संघ का गुस्सा फूट गया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादों को लेकर चर्चा में बने रहते है. अब स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ विश्व वैदिक सनातन संघ का गुस्सा फूट गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य का काशी में बुद्धि-शुद्धि का यज्ञ कर ईश्वर से सद्बुद्धि की कामना की गई है.
स्वामी प्रसाद मौर्या पिछले दिनों केदारनाथ व बद्रीनाथ मंदिर का ASI सर्वे कराने की बात कही थी. जिसके बाद से उनका लगातार विरोध चल रहा है. इसके साथ ही ज्ञानवापी मामले में गुरुवार को हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई को लेकर जलाभिषेक किया. आनंद चौरसिया महानगर उपाध्यक्ष विश्व वैदिक सनातन संघ ने बताया की विधानपरिषद सदस्य जैसे सम्मानित पद पर होने के बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य दिमागी रूप से दिवालिया हो चुके हैं. पहले वह हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करते थे, अभी कुछ दिन पूर्व ही उन्होंने रामचरितमानस जैसे ग्रंथ को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. अब वह केदारनाथ-बद्रीनाथ जैसे प्राचीन मंदिरों को बौद्ध मंदिर तोड़कर बनाया गया है इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
आरोप लगाया की यह उनकी बुद्धिहीनता है पूरी जनता जानती है कि केदारनाथ-बद्रीनाथ बौद्ध धर्म की स्थापना के पहले के मंदिर बने हुए हैं. वह हिंदू और बौद्ध धर्मावलियों में विवाद पैदा करना चाहते हैं. जबकि वह जिस राज्य की बात कर रहे हैं उसी उत्तराखंड राज्य से ही अखिलेश यादव की पत्नी है. अगर उन्हें जानकारी ना हो तो अखिलेश यादव जी की पत्नी से ही पूछ लें मंदिर, बौद्ध मंदिर तोड़कर बनाया गया था या पहले का था. आज के हमारे यज्ञ का उद्देश्य यही था कि स्वामी प्रसाद मौर्य को सद्बुद्धि मिले, उनकी बुद्धि शुद्ध हो. हिंदू धर्म के खिलाफ लगातार जो टिप्पणी कर रहे हैं वह बंद करें और गंदी राजनीति ना करें.