BHU के यूरोलॉजिस्ट ने की मूत्राशय के ट्यूमर की सर्जरी, पूर्वांचल में पहली बार हुआ इस विधि से ऑपरेशन...

पूर्वांचल में पहली बार मूत्राशय के ट्यूमर की सर्जरी की गई है। यह सर्जरी बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मूत्र रोग (यूरोलॉजी) विभाग के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. ललित कुमार अग्रवाल द्वारा थूलियम फायबर लेजर विधि से की गई है। जो प्राइवेट अस्पतालों से 8 से 10 गुना कम खर्च में हुई है।

BHU के यूरोलॉजिस्ट ने की मूत्राशय के ट्यूमर की सर्जरी, पूर्वांचल में पहली बार हुआ इस विधि से ऑपरेशन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मूत्र रोग (यूरोलॉजी) विभाग के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. ललित कुमार अग्रवाल द्वारा मूत्राशय के ट्यूमर का थूलियम फायबर लेजर विधि द्वारा सफल सर्जरी (आपरेशन) किया है। यह सर्जरी पूरे पूर्वांचल में पहली बार की गई है।

सर्जरी करने वाले असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. ललित कुमार अग्रवाल ने बताया कि कुछ समय पहले वाराणसी जिले के ग्राम गांसा निवासी 38 वर्षीय युवक चिकित्सालय की ओपीडी (बहिरंग) में पेशाब में खून निकलने की समस्या लेकर आया, मरीज की विधिवत जॉच करने के बाद थूलियम फायबर लेजर विधि से मूत्राशय के ट्यूमर को पूरी तरह से पेशाब के रास्ते निकाला गया। जिसे TU–RBT कहते है।

डॉ अग्रवाल का कहना है कि साधारणतः ट्यूमर को टुकड़ो में काटकर पेशाब के रास्ते निकाला जाता है, लेकिन TU–RBT विधि से ट्यूमर को एक ही टुकड़े में पूरी तरह से निकाला जाता है। इस विधि में रक्त स्त्राव कम होने के साथ-साथ एवं मूत्राशय फटने की संभावना भी कम होती है, साथ ही साथ सटीक निदान ट्यूमर रिस्टेजिंग एवं दीवार ऑपरेशन की जरुरत भी कम होती है।

 डॉ. अग्रवाल ने बताया कि यह विधि तुलनात्मक रुप से अत्यंत आर्थिक भी है। प्राइवेट अस्पतालों के मुकाबले 8-10 गुना कम रेट पर। इस तरह के सर्जरी की सुविधा अभी तक दिल्ली एम्स में भी नहीं है। इस विधि में किसी प्रकार का चीरा नही लगता है, तथा मरीज अगले दिन अपने घर जा सकता है। सरसुन्दरलाल चिकित्सालय में इस प्रकार के सफल आपरेशन के बाद अब मरीजो को दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता एवं चेन्नई जैसे महानगरो एवं महंगे व बडे़ शहरो में नही जाना होगा।