चाचा ने मासूम भतीजे को कुएं में फेंकर मार डाला, जायजाद की लालच में रिश्ते को किया कलंकित...

चाचा ने जायजाद के लालच में आकर अपने भाई के बेटे को ही मार डाला. घटना का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की. आरोपी चाचा के निशानदेही पर ही ढाई साल के मासूम का शव कुएं से पुलिस ने बरामद किया.

चाचा ने मासूम भतीजे को कुएं में फेंकर मार डाला, जायजाद की लालच में रिश्ते को किया कलंकित...
मीडिया के सामने आरोपी चाचा को पेश करते डीसीपी गोमती प्रबल प्रताप सिंह व मृतक मासूम की फाइल फोटो।

वाराणसी, भदैनी मिरर। ढ़ाई साल के मासूम भतीजे का अपहरण करके सगे चाचा ने कुएं में फेंककर मार डाला. यह राज तब खुला जब एसओजी टीम के साथ फूलपुर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही आरोपी चाचा बाबूलाल को गिरफ्तार कर जुर्म कबूल करवाया. घटना का खुलासा डीसीपी गोमती जोन प्रबल प्रताप सिंह ने अपने कार्यालय में पत्रकारवार्ता कर दी.

मासूम को उठा ले गया था बिस्तर से 

डीसीपी गोमती जोन प्रबल प्रताप सिंह ने बताया की गुरुवार को थाना फूलपुर के रायतारा निवासी किशोरी लाल ने सूचना दी कि उनके 2 वर्ष 6 माह के पौत्र कृष्ण कुमार जो उनके साथ बिस्तर पर सोया था. जब वह सुबह चार से पांच के बीच शौचालय से वापस आए तो देखा की कृष्ण कुमार बिस्तर पर नहीं है. जिसके बाद आसपास काफी खोजबीन की गई, नहीं मिलने पर परिजनों ने पुलिस से शिकायत की. जिसके बाद एसीपी पिंडरा के नेतृत्व में थानाध्यक्ष फूलपुर दीपक कुमार राणावत और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम का गठन किया गया. 

जिसके बाद पुलिस ने अपहृत मासूम के चाचा बाबूलाल से जब कड़ाई के पूछताछ की तो वह बताया की जायजाद की लालच में उसने ही अपने भतीजे कृष्ण कुमार का अपहरण कर कुएँ में फेंक दिया. आरोपी चाचा बाबूलाल की निशानदेही पर अपहृत कृष्ण कुमार का शव रायतारा गाँव में स्थित कुएँ से निकाला गया. 

आरोपी बाबूलाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह जायजाद की लालच में अपने भतीजे कृष्ण कुमार को सोते समय भोर में उठाकर लेकर जाकर गाँव के ही कुएँ में फेक दिया और तब तक कुएँ के पास खड़ा रहा जब तक विश्वास नहीं हो गया कि उसकी मृत्यु हो गयी है. उसके उपरान्त वह टहलते हुए घर वापस आ गया जिससे किसी को शक न हो. 

घटना का सफल अनावरण 24 घंटे के भीतर करने पर डीसीपी गोमती जोन प्रबल प्रताप सिंह ने पूरी टीम को उत्साहवर्धन के लिए ₹10 हजार नगद देने की बात कही. कहा की पुलिस ने जिस तत्परता से इस केस का अनावरण किया है वह सराहनीय है और इसके लिए थानाध्यक्ष फूलपुर और उनकी टीम को बधाई देता हूं.