UP ATS को मिली बड़ी सफलता : 50 हजार के ईनामिया ISI हैंडलर्स को किया गिरफ्तार, सेना की खुफिया जानकारी भेजा था पाकिस्तान 

UP ATS ने संतकबीरनगर जनपद से 50 हजार रुपए के ईनामी ISI हैंडलर्स को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां पाकिस्‍तान भेज रहा था.

UP ATS को मिली बड़ी सफलता : 50 हजार के ईनामिया ISI हैंडलर्स को किया गिरफ्तार, सेना की खुफिया जानकारी भेजा था पाकिस्तान 

UP ATS ने संतकबीरनगर जनपद से 50 हजार रुपए के ईनामी ISI हैंडलर्स को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां पाकिस्‍तान भेज रहा था. खुफिया जानकारी भेजने के बदले वो फंडिंग करता है. एटीएस ने पुख्‍ता जानकारी मिलने के बाद जाल बिछाया और उसे धर दबोचा. आरोपी के पास से पुलिस ने दो मोबाइल फोन बरामद किया गया है.

जानकारी के अनुसार, आरोपी आरोपी सीधे तौर पर पाकिस्तानी एजेंटो के संपर्क में रहा और खुद की पहचान छिपाने के लिए नेपाल के सिम से WhatsApp अकाउंट बनाकर पुलिस को चकमा देता और खाताधारकों के जरिए फंडिंग करता था. यूपी एटीएस ने वर्ष 2023 में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर भारतीय सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी भेजने वाले के खिलाफ लखनऊ के एटीएस थाने में आईपीसी की धारा 1210/120 बी के तक केस दर्ज कर तीन आरोपियों अमृत पाल सिंह उर्फ अमृत गिल, इजहारुल हुसैन और रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों से पूछताछ के बाद एक अन्‍य आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण जिला के मझौलिया थानाक्षेत्र के जौकटिया वार्ड नंबर एक के रहने वाले जियाउल हक पुत्र स्‍व. शेख फकरे आलम का नाम सामने आया.

उप्र एटीएस को जानकारी मिली कि आरोपी आईएसआई हैंडलर जियाउल हक उत्तर प्रदेश की सीमा में छिपा हुआ है. वो कहीं भागने की फिराक में है. इस सूचना को पुष्ट करते हुए, इलेक्ट्रोनिक और भौतिक सर्विलान्स कर आरोपी को यूपी के संतकबीरनगर के खलीलाबाद रेलवे स्‍टेशन से शुक्रवार को लखनऊ एटीएस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. पूर्व में ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था. गिरफ्तार आरोपी को न्‍यायालय में प्रस्‍तुत कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के एजेंट्स के कहने पर पैसे भेजने के लिए वो खाताधारकों की व्यवस्था करना और उसमें आपराधिक कृत्यों द्वारा एकत्र किए गए धन को डलवाकर आईएसआई को सूचनाएं देने वाले भारतीय स्रोतों को वितरित करने की जिम्मेदारी जियाउल हक की रही है. मार्च 2023 में गिरफ्तार अभियुक्त रियाजुद्दीन के खाते में साइबर फ्राड से एकत्रित कुल 70 लाख रुपए जमा किए गए और कई खातों में स्थानांतरित कर निकाल लिए गए. इस संबंध में जांच की जा रही है.

आरोपी जियाउल हक की गिरफ्तारी के लिए एटीएस की टीम निरंतर प्रयासरत रही है. इसे गिरफ्तार करने के लिए एटीएस उत्‍तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक ने आरोपी के ऊपर 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था.