एयरपोर्ट पर दीपकों की टिमटिमाहट रहेगा आकर्षण का केंद्र तो डमरु दल करेगा यात्रियों का स्वागत, रेलवे स्टेशन भी होंगे जगमग...
देव दीपावली की तैयारी के लिए जिला प्रशासन जोर शोर से जुट गया है. एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन तक तैयारियां पूरी है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने पुलिस आयुक्त, मंडल रेल प्रबंधक, निदेशक लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, स्टेशन निदेशक रेलवे कैंट, प्रोटोकॉल, नगर, प्रशासन, एसडीएम पिंडरा एवं सदर तथा उप निदेशक पर्यटन को पत्र लिखकर कहा है की जनपद वाराणसी में आगामी देव-दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में 6 व 7 नवम्बर को पूर्व बैठक में लिए गए निर्णय के अनुरूप आकर्षक सजावट एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए.
उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा है कि श्री लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर रंगोली सेल्फी प्वाइन्ट आदि की व्यवस्था कर जितने भी यात्री फ्लाईट से वाराणसी आयें, उन सभी यात्रियों की एयरपोर्ट पर उतरने के समय डमरू दल आदि से स्वागत कराया जाये. साथ ही एयरपोर्ट पर 7 नवम्बर को पूरे दिन रंगोली व अलग-अलग शिफ्ट में देव-दीपावली के दीये अलग-अलग पैटर्न में जमीन पर खुले स्थान पर रखकर देव-दीपावली जैसी व्यवस्था करायी जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि इससे कोई आग लगने की संभावना उत्पन्न न हो. एयरपोर्ट भवन पर 06 एवं 07 नवम्बर दो दिन बिजली की लड़ियां आदि लगाकर भवन को रौशन करने के लिए लाइटिंग व फसाड लाइटिंग भी करायी जाये. रेलवे स्टेशनों यथा-कैण्ट रेलवे स्टेशन, बनारस रेलवे स्टेशन, काशी रेलवे स्टेशन, वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन, सारनाथ रेलवे स्टेशन, शिवपुर रेलवे स्टेशन आदि पर यथासंभव खुले स्थान पर रंगोली बनायी जाये अथवा साज-सजावट की जाये. समस्त रेलवे स्टेशन भवनों पर 6 एवं 7 नवम्बर दो दिन बिजली की लड़ियां, फसाड लाइट आदि लगाकर भवन को रौशन करने के लिए लाईटिंग भी करायी जाये. एयरपोर्ट तथा कैंट व बनारस रेलवे स्टेशनों पर एयरपोर्ट, रेलवे, पर्यटन विभाग तथा पुलिस विभाग के समन्वय से पर्यटकों की जानकारी के लिए देव-दीपावली के पूर्ण विवरण सहित हेल्प डेस्क स्थापित कराया जाये, ताकि वे होटल, यातायात व्यवस्था, घाटों तक के पहुँच मार्ग, नावों की व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समय आरती तथा लेजर शो आदि के समय की जानकारी दे सकें. यह हेल्प डेस्क 6 एवं 7 नवम्बर को स्थापित किया जाये तथा ऐसे स्थान पर लगाया जाये जहाँ पर यह यात्रियों को दिख सके. उन्होंने प्राथमिकता पर ससमय कार्यो को पूर्ण किये जाने पर जोर देते हुए कहा ताकि काशी में जितने भी श्रद्धालु/पर्यटक देव-दीपावली पर्व को देखने आयें, उन्हें काशी की एक अच्छी छवि मिल सके और ज्यादा से ज्यादा भविष्य में काशी आने के लिए आकर्षित हो सके.