धर्म के साथ निभाया फर्ज, दिया मिर्गी उन्मूलन का संदेश...
वाराणसी,भदैनी मिरर। चित्रकूट के हनुमानधारा और कामतानाथ परिक्रमा में जब धर्म के साथ अपने फर्ज को निभाते हुए मिर्गी उन्मूलन का संदेश दे रहे थे तो 'कामतानाथ की जय' के नारे लग रहे थे। हुआ यह कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईएमएस न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो. विजयनाथ मिश्र शनिवार को जगद्गुरु रामभद्राचार्या दिव्यांग विश्वविद्यालय के एकेडमिक काउन्सिल में भाग लेने चित्रकूट पहुंचे।
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेने के बाद जब वह हनुमानधारा और कामतानाथ परिक्रमा करने गए तो धर्म के साथ फर्ज भी पूरे किए। इसी दौरान वह मिर्गी-लकवा जन जागरूकता कैम्प लगाया। इस दौरान सैकड़ों मरीजों को इन रोगों के पहचान एवं इलाज के बारे में चिकित्सकीय परामर्श देते हुए, कहा मिर्गी लाइलाज नहीं है, इसका इलाज संभव है। प्रो. विजयनाथ मिश्र ने इस दौरान जरूरतमंद मरीजों को दवाई देने के अलावा, उनके आजीवन इलाज के व्यवस्था में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने को भी बताया।
इस दौरान साथ आए विख्यात समाजशास्त्री प्रो. अरविंद जोशी ने उपस्थित लोंगों को खुश रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज तकलीफ इसलिए है क्योंकि हमने अपनी सभ्यता से दूरी बनाई है। घर के वृद्ध उस वृक्ष के समान है जो हमेशा हमे शीतलता प्रदान करते है। इसलिए घर के वृद्ध का न केवल सम्मान बल्कि उनकी सेवा करें और जीवन में ज्यादा से ज्यादा समय खुश रहकर निरोग रहने की कोशिश करे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अब विज्ञान काफी आगे बढ़ चुका है, ऐसे में हम सबका फर्ज है कि शारीरिक कष्ट होने पर इलाज करवाये, न की अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर उसे बढ़ावा दे।