जबरन हॉस्टल में रहते थे डॉक्टर को बुलाकर अप्राकृतिक सेक्स करने वाले आरोपी, पहले भी कर चुके है मारपीट...
रूईया छात्रावास बुलाकर अप्राकृतिक सेक्स करने वाले दोनों आरोपी जबरन हॉस्टल में आते-जाते और रहते थे. वह पहले भी हॉस्टल में मारपीट कर चुके थे.
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के चिकित्सक को एप्स के माध्यम से फंसाकर रूईया छात्रावास में बुलाकर अप्राकृतिक सेक्स कर वीडियो बनाकर धमकी के बल पर आभूषण और पैसे छिनने वाले दोनों गिरफ्तार आरोपी मनबढ़ किस्म के थे. छात्रावास में वह गुंडई के बल पर रहते थे और वहां मारपीट भी करते थे. इनकी शिकायत विगत वर्ष दिसंबर में छात्रावास के वार्डन ने फैकल्टी के डीन को पत्र लिखकर की थी.
अनाधिकृत रुप से आते-जाते थे हॉस्टल
रूईया हॉस्टल के वार्डन डॉक्टर शत्रुघ्न त्रिपाठी
बीएचयू के शास्त्रीय संकाय (तृतीय वर्ष) के छात्र आरोपी श्रीमन नारायण शुक्ल निवासी पूर्वी सहोदरपुर (प्रतापगढ़) और सूरज दूबे निवासी छिड़ीचौरा (गाजीपुर) के अन्य करतूतों का पुलिस तफ्तीश कर रही है. वहीं, रूईया हॉस्टल के वार्डन डॉक्टर शत्रुघ्न त्रिपाठी ने "भदैनी मिरर" से बातचीत में बताया कि गिरफ्तार आरोपी हॉस्टल के नहीं है. वह अनाधिकृत रुप से हॉस्टल में आते-जाते थे. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमसे अब तक कोई पूछताछ या जानकारी साझा नहीं की है, जिससे स्पष्ट हो सके कि पीड़ित डॉक्टर के साथ घटना किस कमरे की है.
मारपीट के बाद डीन को लिखा था पत्र
हॉस्टल के वार्डन डॉक्टर शत्रुघ्न त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मनबढ़ किस्म के है. उनकी शिकायत हमने दिसंबर में पत्र लिखकर डीन से की थी. तब यह दोनों छात्र जबरन हॉस्टल में घुसकर मेस में खाने पहुंचे थे. वहां महाराज (रसोईया) ने बाहरी छात्र होने की बात कही थी तो मारपीट की थी. दोनों छात्र हमारे हॉस्टल के थे नहीं तो हमने कार्रवाई के लिए डीन को पत्र लिखा था. वार्डन ने कहा कि बीएचयू चौकी इंचार्ज शिवाकर मिश्र और लंका थाने की पुलिस ने बढ़िया कार्रवाई की है, जो भी इस घटना में शामिल है उनके विरूद्ध भी कार्रवाई होनी चाहिए.
पहले भी बरामद हो चुका है आपत्तिजनक सामग्री
सूत्र बताते है कि बीएचयू के कई छात्रावास में अभी भी छात्र अनाधिकृत रुप से न केवल आते-जाते है बल्कि रहते भी है. बीएचयू में अधिकतर जो बवाल हुए है, उनके पीछे भी यही अनाधिकृत रुप से आने-जाने वाले छात्र ही रहे है. इसके पहले भी 17 फरवरी 2021 को बिड़ला छात्रावास के कमरा नंबर 110 से असलहा और आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुआ था. जिसके बाद लंका पुलिस ने कार्रवाई भी की थी. ऐसी घटनाएं बीएचयू की सुरक्षा पर सवाल खड़े करते है. बीएचयू की सुरक्षा पर भारी भरकम खर्च और अलग प्रॉक्टोरियल बोर्ड होने के बाबजूद ऐसे मनबढ़ पर वह स्वयं रोक नहीं लगा पाते.