Varanasi : डीडीयू हॅास्पिटल में मरीज के परिजनों और डॅाक्टरों-स्टॅाफों के बीच हाथापाई, दो घंटे तक ठप रही OPD सेवाएं
दीनदयाल उपाध्याय जिला हॅास्पिटल में गुरुवार की सुबह सर्जिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज के परिजनों और डॉक्टरों के बीच कहासुनी व हाथापाई हो गई. इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने ओपीडी का काम ठप कर दिया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। दीनदयाल उपाध्याय जिला हॅास्पिटल में गुरुवार की सुबह सर्जिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज के परिजनों और डॉक्टरों के बीच कहासुनी व हाथापाई हो गई. इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने ओपीडी सेवाएं ठप कर दी.
मिली जानकारी के अनुसार, बुखनी देवी (70) के पैर में फ्रैक्चर हुआ है, जो सर्जिकल वार्ड में एडमिट है. इनका इलाज डॉ. सुशील अग्रवाल द्वारा किया जा रहा है. आज गुरुवार की सुबह डॉ. सुशील वार्ड में राउंड कर ओपीडी में चले गए थे, इसी दौरान बुखनी देवी का लड़का रामदुलार जो कि एनडीआरएफ में तैनात है, सर्जिकल वार्ड में नर्सिंग स्टेशन में मौजूद चिकित्सकों से बात करने गया तो मौजूद स्टाफ ने जब उससे बाहर जाने को कहा तो उसके तेवर बिगड़ गए और वो कड़े लहजे में बात करने लगा.
देखते ही देखते बातचीत हाथापाई में तब्दील हो गई, जिसके बाद वहां मौजूद स्टाफ व मेडिकल स्टोर के कर्मी उक्त जवान से मारपीट करते हुए शराब पीकर हंगामा करने का आरोप लगाने लगे, जिससे उक्त जवान अपनी मां पास जाकर बैठ गया. जवान के शांत होने के बाद मौजूद स्टाफ व दलालों ने डॅाक्टरों के करीब करीब आने के चलते उक्त परिजन को जमकर पीटा. वहीं इस दौरान किसी अन्य मरीज के परिजन द्वारा वीडियो बनाये जाने से नाराज दलालों ने उसे भी मारपीट कर घायल कर दिया. इसके बाद अस्पताल कर्मियों ने स्वास्थ्य सेवाओं को लगभग दो घंटे ठप कर दिया।
इस मामले में सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह ने बताया कि आज सुबह जानकारी मिली कि मरीज बूखनी देवी का पुत्र रामदुलार निवासी नन्दगंज गाजीपुर सर्जिकल वार्ड के नर्सिंग स्टेशन कक्ष में शराब के नशे में नर्सिंग स्टेशन इंचार्ज इन्दु सिंह से बहस व अपशब्द करने लगा. इसपर डॉ. बृजेश कुमार के हस्तक्षेप करने पर बहस करते हुए उनके उपर हाथ हाथ उठा दिया. इसके अलावा डॉ. के. जे. पाण्डेय के आने पर उनसे और रामदुलार वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों से भी गाली-गलौज करने लगा. जिसपर मरीजों के परिजनों द्वारा मार-पिटाई की गई, जिसको बचाते हुए चिकित्सालय के स्टाफों द्वारा उसे सीएमएस कक्ष ले आया गया. मेरे द्वारा कैण्ट इंस्पेक्टर से बात की गई और उस व्यक्ति को कैण्ट इंस्पेक्टर के हवाले कर दिया गया.
वहीं जानकारी होने पर सीएमएस व पुलिस अधिकारी ने डॉक्टरों व कर्मियों के साथ बैठक की, जिसमें सीएमएस के आश्वासन पर दो घंटे बाद ओपीडी बहाल हुई.
वहीं सर्जिकल वार्ड में भर्ती बुजुर्ग महिला लड़के को पीटे जाने से सदमें में थी. जबकि वार्ड में भर्ती अन्य मरीज व उनके तीमारदारों का कहना था कि इनके लड़के ने मारपीट नहीं की. हॅास्पिटल के कर्मचारी व कुछ बाहरी लोगों ने बुरी तरह मारा-पीटा है. कहा कि इनका बेटा मां के पास बैठा था, उसी दौरान अस्पताल कर्मी आये और उसे मारने लगे और बुजुर्ग महिला को बेड से गिरा दिया.
उन्होंने आगे बताया कि 46 नम्बर बेड पर बुखना देवी 70 वर्ष पैर में फ्रैक्चर होने के कारण उसको भर्ती कराया गया था. आज सुबह डॉ. बृजेश कुमार राउंड कर सिस्टर रूम में मरीजों की दवा लिख रहे थे. उसी दौरान बुखनी देवी का पुत्र रामदुलार पहुंचा तो चिकित्सक ने कहा कि आप बाहर जाएं. मेडिकल स्टाफ का कहना था कि इसी बात से नाराज होकर रामदुलार अपशब्द बोलने लगा, जिससे वहां मौजूद स्टाफ ने जब उसे बाहर करने की कोशिश की तो उसने चिकित्सक को थप्पड़ मार दिया. यह देख वहां मौजूद अन्य मरीजों के परिजन उसे पकड़ कर मारने लगे. जिसकी छानबीन हॅास्पिटल में लगे सीसी टीवी फुटेज कैमरे से की जा सकती है.