सावन का तीसरा सोमवार: छह लाख भक्तों ने लगाई हाजिरी, अमृत वर्षा श्रृंगार देकर भक्त हुए निहाल...

सावन के तीसरे सोमवार को भगवान भोले के दरस परस के लिए शिव भक्तों का बाबा के दरबार में जत्था रहा.

सावन का तीसरा सोमवार: छह लाख भक्तों ने लगाई हाजिरी, अमृत वर्षा श्रृंगार देकर भक्त हुए निहाल...

वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन के तीसरे सोमवार को भगवान भोले के दरस परस के लिए शिव भक्तों का बाबा के दरबार में जत्था रहा. शिव भक्तों का जो रेला सावन के तीसरे सोमवार की भोर जो शुरु हुआ वह मंदिर बंद होते-होते छह लाख तक जा पहुंचा. इस दौरान चहुओर हर-हर महादेव का उद्घोष रोम-रोम को शिवमय बना दिया. 

उधर दशाश्वमेध, राजेंद्र प्रसाद, शीतला घाट सहित अन्य घाटों पर गंगा स्नान के लिए कावड़ियों की भीड़ रविवार रात से ही जुटने लगी. गंगा का जलस्तर बढ़ने से जल पुलिस और एनडीआरएफ की ओर से चौकसी बढ़ाई गई थी. भोर के बाद दिन चढ़ने के साथ ही गोदौलिया, बांसफाटक और चौक तक पूरा इलाका केसरिया रंग से पट गया था.

मंदिर के मुख्यकार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मंदिर का कपाट बंद होने तक छह लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में मत्था टेका है. उन्होंने बताया की परंपरा के अनुसार सप्तऋषि आरती के उपरांत बाबा विश्वनाथ का विशेष अमृत वर्षा श्रृंगार किया गया. उन्होंने बताया की श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए परिसर मे जर्मन हैंगर टेंट, पीने के लिए पानी, आवश्यकता पड़ने पर मेडिकल टीम व अन्य सुविधाएं की गई है.

सुरक्षा के रहे मुकम्मल इंतजाम

सावन के सोमवार को लेकर श्री काशी  विश्वनाथ मंदिर के आसपास सुबह से ही अफसरों का चक्रमण और मुस्तैदी बनी रही. पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के अलावा एडिशनल पुलिस कमिश्नर मुख्यालय एवं अपराध संतोष कुमार सिंह ने कानून एवं शांति-सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के दृष्टिगत गोदौलिया से लेकर बांसफाटक तक पैदल गश्त की. इसके अलावा डीसीपी काशी जोन राम सेवक गौतम एवं एडीसीपी काशी जोन चन्द्रकान्त मीना पूरे समय मौजूद रहे. इसके अलावा जगह-जगह पुलिस, पीएसी, अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद खुफिया विभाग के अफसर दर्शन-पूजन की पूरी व्यवस्था पर कड़ी नजर रखे हुए थे. अफसरों का दोस्ताना अंदाज और अपनत्व भाव से बात करते देख दर्शनार्थी भी गदगद रहे.