सकुशल संपन्न हुई नमाज, धूमधाम से मनाया जा रहा ईद का पर्व...
ईद पर्व के मौके पर ख्वाजा का करम पाने और उनकी इबादत के लिए शहर के लगभग 400 मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ी गई। नमाज के बाद सभी मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी।
वाराणसी,भदैनी मिरर। ईद पर्व के मौके पर ख्वाजा का करम पाने और उनकी इबादत के लिए शहर के लगभग 400 मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ी गई। नमाज के बाद सभी मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। इससे पहले रमजान माह के अंतिम दिन शुक्रवार यानी अलविदा जुमे पर चांद दिखने के साथ शनिवार को ईद की नमाज शहर से लेकर ग्रामीणांचल के ईदगाहों में अकीदत के साथ अदा की गई। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।
बता दें कि ईदगाह लल्लापुरा फातमान और ईदगाह लोहता में सबसे पहले ईद की नमाज शुरू हुई। इसके बाद चौखंभा स्थित आलमगीर मस्जिद में, साथ ही ज्ञानवापी और मस्जिद खजूर वाली मस्जिद नई सड़क में सुबह 8.00 बजे से नमाजियों की तादाद बढ़ी। वहीं काशी विद्यापीठ स्थित ईदगाह में सुबह 8.30 बजे और वाराणसी की शिया मस्जिदों में नमाज 9 बजे के बाद शुरू हुए। इस दौरान सभी मस्जिदों और ईदगाहों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध भी किए गए थे।इसके साथ ही लाट सरैया स्थित ईदगाह में भी ईद की नमाज के साथ ही वहाँ लगे मेले में भी बच्चों ने खूब मस्ती की।
घरों में बने लजीज पकवान और सेवइयां
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक हिजरी संवत 2 यानी 624 ईस्वी यानी करीब 1400 साल पहले ईद पहली बार मनाया गया था। इसके बाद से हर वर्ष करीब 720 घंटे का उपवास रखने के बाद ईद मनाई जाती है। इसे उपवास तोड़ने का त्योहार भी कहा जाता है। इस खास मौके पर घरों में बिरयानी, निहारी, कबाब और सबसे लजीज सेंवईयां बनाई गई है।
बाजारों में भी रही रौनक
बाजार भी ईद के रंग में सराबोर हो चुका है। हर ओर उत्सव और उमंग का माहौल है। आज भी लोग दालमंडी, नई सड़क, सिगरा आदि बड़े मार्केट में खरीदारी में लगे ही हैं। इस मौके पर दालमंडी और नई सड़क पर भी ईद स्पेशल कई पकवान बाजार में मिल भी रहे हैं। लोग नमाज के बाद सेवई खिलाकर एक दूसरे का मुंह मीठा करा रहे हैं। साथ ही अपने नजदीकियों को गिफ्ट भी दे रहे हैं।