सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मुख्तार के परिजनों से की मुलाकात, बोले-सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाने की मांग, सरकार पर साधा निशाना...
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को मुख्तार अंसारी के परिजनों के बीच मोहमदाबाद स्थित फाटक आवास पहुंच.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को मुख्तार अंसारी के परिजनों के बीच मोहमदाबाद स्थित फाटक आवास पहुंच. इस दौरान उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया. परिजनों से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार ने भरोसा और सच्चाई को मारा है. अखिलेश में आगे कहा कि हमें सरकार पर भरोसा नहीं है, मुख्तार अंसारी के मौत की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से हो तभी परिवार को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस सरकार में सबसे ज्यादा जनता के साथ भेदभाव हुए है. उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार पर जमकर तीखा हमला बोला.
अखिलेश यादव ने कहा कि मैं परिवार के सभी सदस्यों से मिला हूं. परिवार के दुख में मैं शामिल होने आया हूं, इस घड़ी में मैं मुख्तार के परिवार के साथ हूं. मैं दुख बांटने परिवार के सदस्यों से मिला हूं. अखिलेश यादव ने कहा कि जो कुछ हुआ है वह सवाल खड़ा करता है परिवार के ऊपर. जो कुछ हुआ जेल के अंदर उसका जवाब सरकार के पास नहीं है. अखिलेश ने कहा कि हमने विधानसभा के भाषण और उसके बाहर जब भी मीडिया से बातचीत हुई है, तो मैने कहा कि सबसे ज्यादा भेदभाव इस सरकार में लोगो के साथ हो रहा है. कस्टोडियल डेथ में भी यह सरकार अन्य प्रदेशों के मुकाबले आगे जाना चाहती है. आपको याद होगा जब बलिया में आया एक व्यापारी परिवार से मिला था, पुलिस प्रशासन जानते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की और व्यापारी के ऊपर सूदखोर दबाव बना रहे थे और वह सोशल मीडिया पर लाइव होकर आत्महत्या कर लिया था. चौकी के सामने छात्रनेता को दौड़ा दौड़ा कर मार डाला था. जेल में घटना होना, थाने में घटना होना, मुख्यमंत्री आवास के सामने न्याय के लिए आत्मदाह कर लेना, तहसील के सामने न्याय के लिए भटक रहे लोगों का आत्मदाह का प्रयास करना बाबजूद इसके इस सरकार को कोई परवाह नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा कि जहां तक इस घटना का सवाल है, इतने सालों से सजा खुद पाया. जिस व्यक्ति ने खुद कहा हो मेरी जान ले ली जाएगी, जहर दिया जा रहा है. बाबजूद इसके सरकार ने क्या किया? यह पहली घटना नहीं है, इसके पूर्व में जिन-जिन लोगों ने कहा "मुझे खतरा है जान का" सरकार का पहला काम है नागरिकों को सुरक्षा देने का. जो सरकार सुरक्षा और न्याय नही दे सकती वह सरकार जनता की नहीं हो सकती.
मीडिया को लेकर अखिलेश ने कहा कि आप पर कितना दबाव है. आप सच दिखाएंगे तो हो सकता है आप पर कार्रवाई हो जाए. न कार्रवाई हो तो कोई पुरानी चीज ढूंढ ली जायेगी आपकी. हमने-आपने देखें कि किसी ने खबर चलाई कि "दाल में हल्दी है, नमक है, पानी है मगर दाल नहीं है" तो उसको जेल तक जाना पड़ा. सरकार की यह जिम्मेदारी है कि न्याय मिले लोगो को, कम से कम सरकार पर भरोसा बढ़े. अखिलेश ने आगे कहा कि संस्थाएं खत्म हो रही है, हम किस पर भरोसा करें. हम पुलिस से शिकायत करें पुलिस न्याय नहीं दे रही. हम अधिकारी से बात करें वह न्याय नहीं दे रहा. संस्थाएं खत्म हो रही यह आरोप हम नहीं लगा रहे है, एक गवर्नर रहे जम्मू-कश्मीर के उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र का यह आखरी चुनाव है, अपने वोट से बचा लो. वोट से लोकतंत्र नहीं बचा तो हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा. इसलिए संस्थाओं को खत्म कर रहे है. इस सरकार ने भरोसे और सच्चाई को मारा है.
अखिलेश ने कहा कि मैने अपने स्टेटमेंट में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में अगर जांच होती है तो न्याय मिलेगा. न्यायिक जांच के सवाल पर कहा कि हमें इस सरकार पर ही भरोसा नहीं है।लोग जानते है कि सच्चाई क्या है? बांदा जेल में जो व्यक्ति वर्षों से जेल में था, उसे क्यों लगा मेरी जान को खतरा है. सरकार क्या दिखाना चाहती है? देश की जनता सच जाने उस दिशा में सरकार को काम करना चाहिए.
लोकसभा चुनाव में सपा के बदले गए टिकट पर बीजेपी द्वारा लगातार किए जा रहे सवाल पर अखिलेश ने कहा कि कैसरगंज में लोकसभा का प्रत्याशी कौन होगा यह बीजेपी बताएंगी? अखिलेश ने कहा कि मीडिया को तो यह खबर चलानी चाहिए कि भाजपा के जहां-जहां प्रत्याशी जा रहे है जनता कितना विरोध कर रही है. इस समय जनता का सैलाब है, यह सैलाब भारतीय जनता पार्टी को ढाह देगी. दावा किया कि जनता इस बार बीजेपी का सफाया कर देगी.
मुख्तार अंसारी की इनामिया पत्नी अफ्शा अंसारी के फरार होने के सवाल पर अखिलेश ने साफ कहा कि डेमोक्रेसी में ऐसे फैसले हो जिस पर लोगों को भरोसा हो लोगों को न्याय मिले.