मेस फीस वृद्धि को लेकर BHU-MMV गेट बन्दकर किया प्रदर्शन, ज्ञापन सौंप कर शुल्क बढ़ोतरी वापस लिए जाने की मांग...

छात्रों ने कहा कि परिषद् के कार्यकर्ता सदैव छात्रों के मुद्दों को प्रखर होकर रखते हैं। जब कोरोना काल में सभी आर्थिक तंगी झेल रहे हैं ऐसे में छात्राओं से अतिरिक्त शुल्क वहन करना गलत है। जिसका विरोध अभाविप द्वारा किया जा रहा है।

मेस फीस वृद्धि को लेकर BHU-MMV गेट बन्दकर किया प्रदर्शन, ज्ञापन सौंप कर शुल्क बढ़ोतरी वापस लिए जाने की मांग...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के महिला छात्रावासों में संचालित मेस की शुल्क वृद्धि के विरोध में एबीवीपी के छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रो ने कहा कि विश्वविद्यालय के महिला छात्रावासों में विशेषकर महिला महाविद्यालय (MMV) और त्रिवेणी संकुल में छात्राओं की प्रति डाइट मूल्य में अचानक से वृद्धि कर दी गई। पहले छात्राओं को मेस बिल के रूप में प्रतिदिन ₹100 देने होते थे जबकि लॉकडाउन में यह बढ़कर ₹125  कर दिया गया। जब विश्वविद्यालय में हो रहे इस दोहरे मापदंड की जानकारी अभाविप को मिली तो कार्यकर्ता छात्रहित में महिला महाविद्यालय की प्राचार्या से वार्ता करने पहुंचे परन्तु वह अनुपलब्ध रही। जिससे क्षुब्ध होकर अभाविप के कार्यकर्ताओं को महिला महाविद्यालय का द्वार बंद कर विरोध प्रदर्शन करना पड़ा। 

छात्रों ने कहा कि परिषद् के कार्यकर्ता सदैव छात्रों के मुद्दों को प्रखर होकर रखते हैं। जब कोरोना काल में सभी आर्थिक तंगी झेल रहे हैं ऐसे में छात्राओं से अतिरिक्त शुल्क वहन करना गलत है। जिसका विरोध अभाविप द्वारा किया जा रहा है। अगर आगे भी छात्राओं के पक्ष में निर्णय नहीं आया तो परिषद बड़े आंदोलन की तरफ अग्रसर होगा।उन्होंने कहा कि अभाविप के कार्यकर्ता कभी इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगा। अभाविप बीएचयू इस तरह से शुल्क वृद्धि का कड़ा विरोध करती है और छात्राओं के साथ खड़ी रहेगी। इसी क्रम में त्रिवेणी संकुल की छात्राओं के साथ अभाविप प्रतिनिधिमंडल ने छात्र कल्याण अधिष्ठाता को ज्ञापन सौंप कर शुल्क बढ़ोतरी वापस लिए जाने की मांग की गई।

इस पर अभाविप काशी प्रांत की प्रांत मंत्री साक्षी सिंह ने कहा कि परिषद् के कार्यकर्ता सदैव छात्रों के मुद्दों को प्रखर होकर रखते हैं। जब कोरोना काल में सभी आर्थिक तंगी झेल रहे हैं ऐसे में छात्राओं से अतिरिक्त शुल्क वहन करना गलत है। जिसका विरोध अभाविप द्वारा किया जा रहा है। अगर आगे भी छात्राओं के पक्ष में निर्णय नहीं आया तो परिषद् बड़े आंदोलन की तरफ अग्रसर होगा।