सामनेघाट AIMS अस्पताल में परिजनों का हंगामा, मरीजों के मर्ज पर भारी है दलाली...
वाराणसी में इन दिनों प्राइवेट अस्पतालों में दलाली प्रथा चरम पर है. मरीजों के मर्ज और परिजनों के दर्द पर दलाल भारी है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। वाराणसी में इन दिनों प्राइवेट अस्पतालों में दलाली प्रथा चरम पर है. मरीजों के मर्ज और परिजनों के दर्द पर दलाल भारी है. कैरियर की शुरुआत ही नए अस्पताल दलालों के दम पर कर रहे है. हर रोज बीएचयू से दलाल मरीजों के परिजनों को गुमराह करके निजी अस्पतालों में भर्ती करवाकर मोटी रकम कमा रहे है, उधर अस्पताल मरीजों को एटीएम मशीन समझ रखे है.
ताजा मामला है समनेघाट (लंका) स्थित AIMS (आनंद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) का. यहां रविवार शाम भभुआ (बिहार) से आए एक मरीज के परिजनों ने हंगामा काट दिया. यह अस्पताल अभी हाल फिलहाल ही खुला है, नाम 'एम्स' होने से दूर-दराज से आने वाले मरीज भी कन्फ्यूज है. मरीज के तीमारदार बादल कुमार शर्मा का आरोप है की वह अपने भाई को बीएचयू अस्पताल में दिखाने के लिए ले आए थे, जहां अस्पताल के दलालों ने उन्हें पकड़ लिया और एम्स अस्पताल में सारी सुविधाएं होने का हवाला देकर एम्स में भर्ती करवा दिया.
सभी दवा इलाज हो जायेगी बंद
बादल का आरोप है की अस्पताल के लोग शनिवार रात 12 बजे अचानक अस्पताल के लोग आए और बोले की ₹1 लाख जमा करिए नहीं तो आपके मरीज का दवा और इलाज बंद कर दिया गया है. आरोप है की उनके मरीज को पैर में जख्म हो गया था, जिसका ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद इन्फेक्शन होने से तकलीफ बढ़ने पर भर्ती करवाए थे. मरीज के परिजनों से अब तक अस्पताल ने ढाई लाख रुपए ले चुका है.
₹50 लाख लेने के बाद छोड़ा
रविवार शाम परिजनों ने जब बीएचयू ले जाने के लिए अस्पताल पर दबाव बनाया तो आरोप है की अस्पताल प्रबंधन ने ₹1 लाख की डिमांड की. पैसे न देने पर मरीज को अस्पताल से न देने की धमकी दी. जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में जुटे परिजनों ने हंगामा काट दिया. परिजनों ने पुलिस कंट्रोल रुम को इसकी जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत करवाया. परिजनों ने अस्पताल ने ₹ 50 हजार लेने के बाद ही डिस्चार्ज किया. लंका पुलिस ने हस्तक्षेप कर मरीजों को बीएचयू अस्पताल में भर्ती करवाया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लंका पुलिस को लिखित शिकायत कर दी है.