बदले की भावना : चुनावी रैली में नहीं मिली जन भागीदारी तो सपा नेताओं के घर करवा रहे छापेमारी - मनोज राय धूपचंडी

Revenge People s participants were not found in the election rally then raids were being conducted at the houses of SP leaders बदले की भावना : चुनावी रैली में नहीं मिली जन भागीदार तो सपा नेताओं के घर करवा रहे छापेमारी - मनोज राय धूपचंडी

बदले की भावना : चुनावी रैली में नहीं मिली जन भागीदारी तो सपा नेताओं के घर करवा रहे छापेमारी - मनोज राय धूपचंडी
समाजवादी पार्टी के मनोज राय धूपचंडी।

वाराणसी,भदैनी मिरर। आयकर विभाग की टीम ने शनिवार तड़के लखनऊ, मैनपुरी, आगरा में सपा के फाइनेंसर और प्रवक्ताओं के आवासों पर छापामारी की है। जिसमें मैनपुरी के मनोज यादव, लखनऊ में जैनेन्द्र सिंह नीटू, मऊ में राजीव राय समेत करीब एक दर्जन लोगों के घरों की छानबीन की गई।  लखनऊ में यह आयकर विभाग का छापा अंबेडकर पार्क के पास स्थित गजेंद्र सिंह के आवास पर पड़ा है। जैनेन्द्र सिंह नीटू पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ओएसडी रहे हैं। 

नेताओं के घर पड़े छापेमारी के बाद रायबरेली से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रेस कांफ्रेंस कर बोले की भाजपा कांग्रेस की तरह बर्ताव कर रही है। अभी आईटी टीम आई है अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) वाले भी आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास पहले से जानकारी थी तो पहले कार्रवाई करनी चाहिए थी चुनाव से दो महीने पहले ये कार्रवाई हो रही है। जो कि दिखाता है कि आईटी और सीबीआई वाले भी चुनाव लड़ रहे हैं।

हताशा साफ दिख रही है

पार्टी प्रवक्ता मनोज राय धूपचण्डी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) पहले आईटी सेल से अनर्गल आरोप लगवाती रही। योगी सरकार की असफल नीतियों और वादाखिलाफी के बाद जब इनके चुनावी रैलियों में जनसहभागिता घटती जा रही है तो यह हताश है। समाजवादी पार्टी के नेताओं के घर छापेमारी शुक्रवार को निषाद पार्टी द्वारा आयोजित लखनऊ रैली में 25 लाख लोगों के जुटने का दावा के बाबजूद जब 25 हजार भी जनता नही जुटे, इसी के बाद राजनीतिक प्रतिद्वंतिता का परिणाम है। 

मनोज राय धुपचंडी ने कहा कि बीजेपी निषाद समुदाय से आरक्षण का किया गया वादा भी पूरा नहीं की, जिसके कारण जनता लखनऊ की सभा को बीच मे ही छोड़कर चल दी। समाजवादी सिपाही लड़ने से पीछे नही हटते, हम लड़ेंगे और अखिलेश यादव के नेतृत्व में योगी सरकार को सत्ता से बेदखल करके ही दम लेंगे। वह (बीजेपी) सत्ता में है ईडी और सीबीआई के भी छापे डलवा सकते है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि सत्ता में अहंकार ज्यादा दिन नहीं रहता।