प्रतिकार यात्रा: अजय राय को बरी न करने पर कांग्रेस नेताओं ने निकाला सद्बुद्धि यात्रा, बोले- राजनीतिक द्वेष में फंसाया गया...
प्रदेश सरकार की तरफ से बीते बुधवार को विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) अवनीश गौतम की अदालत में आठ साल पुराने मामले में प्रदेश सरकार के आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु सहित 81 आरोपियों पर से मुकदमा वापस लेने का अनुरोध किया गया था.
वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रदेश सरकार की तरफ से बीते बुधवार को विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) अवनीश गौतम की अदालत में आठ साल पुराने मामले में प्रदेश सरकार के आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु सहित 81 आरोपियों पर से मुकदमा वापस लेने का अनुरोध किया गया था. अभियोजन की ओर से एक अन्य आरोपी व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को राहत नहीं मिली है. अजय राय के आपराधिक इतिहास का हवाला देते हुए प्रदेश सरकार ने मुकदमा वापस लेने के लिए अनुमति नहीं मांगी थी. अजय राय से संबंधित मामले की सुनवाई 12 अक्तूबर को होगी. जिसके विरोध में शुक्रवार को जिला/महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ सद्बुद्धि यात्रा निकाल कर कांग्रेसजनों ने विरोध दर्ज कराया. कांग्रेस नेताओं ने कहा की अजय राय का बरी न होना सरकार के साजिश का हिस्सा है.
सद्बुद्धि यात्रा लहुराबीर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के आवास से लोहटिया बड़ा गणेश मन्दिर तक निकाली गई. कांग्रेस नेताओं ने कहा की प्रशासन ने जगह-जगह बलपूर्वक यात्रा को रोकने का प्रयास किया, परन्तु यात्रा घोषित कार्यक्रम के अनुसार पूर्ण हुई व बड़ा गणेश मन्दिर में पूजा-अर्चना कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ईश्वर सद्बुद्धि दे इसकी प्रार्थना की गई. सद्बुद्धि यात्रा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय उपस्थित रहे. यात्रा का संयोजन महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने संयुक्त रूप से किया.
राजनीतिक द्वेष में फंसाया गया है
यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की अन्याय प्रतिकार यात्रा मामले में मेरा बरी न होना सरकार के साजिश का हिस्सा है, हमे द्वेषपूर्ण राजनैतिक भावना के जरिये मुकदमे में फसाये रखना अनुचित है. अन्याय प्रतिकार यात्रा में 82 आरोपियों में 81 आरोपी दोष मुक्त किया गया वही हमे सिर्फ राजनीतिक द्वेष में फंसाया गया है क्योंकि मैंने समझौता नही किया. मोदी-योगी के आगे झुका नही हूं, डटकर लड़ रहा हूं. जिसका प्रतिफल है की मुझे बरी नही किया गया. उन्होंने कहा की हम सदैव सत्य, न्याय और जनहित के लिए खड़े रहेंगे, मुझे जालिम हुकूमत मेरी आवाज को नही दबा पाएगी मेरा सार्वजनिक जीवन आप सबके सामने है.