सियासत: कांग्रेस महानगर अध्यक्ष से नाराज पदाधिकारियों ने सौंपा इस्तीफा मचा घमासान, आखिर कैसे लड़ेंगे विस चुनाव!
एक तरफ संगठन को मजबूत कर चुनाव लड़ने की बात कांग्रेस कर रही है, तो दूसरी तरह पार्टी के भीतर का कलह यह साफ कर रहा है कि संगठन को एकजुट कर पाने में अभी भी शीर्ष नेतृत्व कामयाब नहीं हो पाया है। ऐसी ही स्थिति रही तो आखिर कैसे कांग्रेस योगी-मोदी का चुनाव में सामना करेंगे?
वाराणसी, भदैनी मिरर। आगामी यूपी विस चुनाव को लेकर एक तरफ कांग्रेस संगठन मजबूत करने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर बड़े पैमाने में पदाधिकारियों और समर्थकों का पार्टी से इस्तीफा देने का दौर चल रहा है। पार्टी के भीतर की यदि यह राजनीति जारी रही तो आगामी यूपी चुनाव की डगर कांग्रेस के लिए कांटों भरी रहेगी। महानगर कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष के खराब व्यवहार से कांग्रेस कमेटी के दर्जनों पदाधिकारियों के साथ सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की सूचना यूपी प्रभारी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी, वाराणसी प्रभारी और यूपी कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष विश्वजीत सिंह और प्रभारी महानगर अध्यक्ष और सचिव यूपी कांग्रेस कमेटी इमरान खान को भेजी गई है।
महानगर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि बीते 4 जुलाई को महानगर अध्यक्ष ने इंग्लिशिया लाइन स्थित कैंप कार्यालय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ दुर्व्यवहार व गाली गलौज किया है।
बताया गया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेशपति त्रिपाठी और ललितेशपति त्रिपाठी के खिलाफ मिर्जापुर में दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में वाराणसी के कांग्रेस नेताओं ने कैंट स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी जी की प्रतिमा के सामने एकजुटता का संकल्प लिया था। इस दौरान महानगर अध्यक्ष ने इंग्लिशिया लाइन स्थित कैंप कार्यालय में आकर वहां मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से ना सिर्फ दुर्व्यवहार किया बल्कि उनके साथ गाली गलौज भी की।
इन 14 नेताओं ने भेजा इस्तीफा
प्रदेश अध्यक्ष के नाम अपना इस्तीफा सौंपने वालों में महानगर उपाध्यक्ष अजय सिंह (शिवजी), उपाध्यक्ष राजू भारती, महासचिव अफरोज अंसारी, महासचिव सुफीयान अहमद, महासचिव आशीष सिंह विक्की, सचिव प्रभात वर्मा, सचिव बृजेश पांडेय, सचिव अमित मौर्या, सचिव मनोज यादव, सचिव रौशनी कुशल जायसवाल, सचिव मरीष शर्मा, सचिव दुर्गा साहनी, कांग्रेस सेवा दल के शहर अध्यक्ष आशीष पांडेय और युवा कांग्रेस के शहर महासचिव मोनू मिश्रा के नाम शामिल हैं। कहा जा रहा है कि इन सभी नेताओं से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देने का मन बना लिया है।