#Photos: एंफीथियेटर मैदान PM की अगुवानी को सजकर तैयार, गूंजेगी काशी से रामेश्वर की संस्कृति...

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) का एंफीथियेटर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवानी को सजकर तैयार हो गया है. काशी की धरती से रामेश्वर की संस्कृति का गुंजन सुनाई देगा.

#Photos: एंफीथियेटर मैदान PM की अगुवानी को सजकर तैयार, गूंजेगी काशी से रामेश्वर की संस्कृति...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी की धरती से आगामी 16 दिसम्बर तक अब 'रामेश्वर' की संस्कृति की गुंजन सुनाई देगी. उत्तर और दक्षिण के बहाने दिलों में दूरी पैदा करने वाले अंतर्विरोध समाप्त करने वाले 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संकल्प को काशी की धरती पर 'काशी- तमिल संगमम' के रूप में सिद्धि मिलने जा रही है. शनिवार दोपहर बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीएचयू के एंफीथियेटर मैदान पर संगमम् का शुभारम्भ करेंगे. इसके साक्षी तमिलनाडु से पहुंचे नौ आदिनम (धर्माचार्य) बनेंगे. कार्यक्रम स्थल पर तैयारी पूरी कर ली गई है. 

प्रधानमंत्री शनिवार दोपहर करीब 1.30 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट और फिर वहां से सेना के हेलीकाप्टर से बीएचयू के हेलीपैड पहुंचेंगे. उद्घाटन के मौके पर पीएम कवि तिरुवल्लुवर द्वारा रचित व 13 भाषाओं में अनुवादित पुस्तक 'तिरुक्कुरल' का विमोचन करेंगे. उन्हें काशी-तमिल संगमम् पर आधारित काफी-टेबुल बुक भेंट की जाएगी. मंच के पास बने कॉटेज में पीएम तमिलनाडु के नौ आदिनम (धर्माचार्य) से आशीर्वाद लेंगे और पीएम के साथ उनका फोटो सेशन भी होगा. तत्पश्चात छात्रों से संवाद करेंगे. वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. पीएम के साथ मंच पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल.

पीएम मोदी के साथ मंच पर तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहेंगे. काशी में करीब तीन घंटे के प्रवास के बाद पीएम गुजरात रवाना हो जाएंगे. संगमम् में शामिल होने वाले 210 छात्रों और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों का पहला दल शुक्रवार रात करीब सवा बजे रामेश्वरम - बनारस सुपर फास्ट ट्रेन से काशी पहुंचा. एक माह के दौरान 12 अलग-अलग तबकों के लगभग ढाई हजार प्रतिनिधि क्रमशः आएंगे.