कोराना वैक्सीन की वापसी पर अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को घेरा, कहा- चंदे के लालच में करोड़ों लोगों की जान...

कोरोना वैक्सीन बनाने वाली ब्रिटेन की दिग्गज कंपनी एस्ट्राजेनेका ने बाजार से सभी वैक्सीन वापस मंगाने का फैसला लिया है. कंपनी ने कहा कि अब वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई नहीं की जा रही. वहीं दूसरी ओर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इसे लेकर ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है.

कोराना वैक्सीन की वापसी पर अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को घेरा, कहा- चंदे के लालच में करोड़ों लोगों की जान...

लखनऊ भदैनी मिरर।  कोरोना वैक्सीन बनाने वाली ब्रिटेन की दिग्गज कंपनी एस्ट्राजेनेका ने बाजार से सभी वैक्सीन वापस मंगाने का फैसला लिया है. कंपनी ने कहा कि अब वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई नहीं की जा रही. वहीं दूसरी ओर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इसे लेकर ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि चंदे के लालच में भाजपा ने करोड़ों देशवासियों की जान को खतरे में डाल दिया. 

जानें सपा सुप्रीमों ने क्या कहा

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर कोरोना वैक्सीन को लेकर भाजपा को घेरते हुए लिखा 'कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी तो अतिरिक्त आपूर्ति का बहाना बनाकर अपनी जानलेवा वैक्सीन बाजार से वापिस ले रही है. नाराज जनता भाजपा सरकार से पूछ रही है कि जिनके शरीर में ये खतरनाक वैक्सीन पहुंच चुकी है, उनके अंदर से वापस कैसे आएगी? करोड़ों के चंदे के लालच में भाजपा ने करोड़ों की जान ख़तरे में डाल दी है।  भाजपा अपने ही देश के लोगों का जीवन दांव पर लगाकर ‘जन-द्रोही’ पार्टी बन गयी है। 

अखिलेश यादव लगातार कोरोना वैक्सीन को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. सपा अपनी हर सभा में कोरोना के इंजेक्शन का बदला भाजपा से लेने की नारा लगा रही है. 

दरअसल कोविडशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने पिछले दिनों ब्रिटेन की अदालत में स्वीकार किया था कि वैक्सीन से टीटीएस थ्रोबोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के दुर्लभ दुष्प्रभाव हो सकते हैं. इससे व्यक्ति को खून में थक्के जमने की शिकायत हुई है और हार्ट अटैक-ब्रेन स्ट्रोक जैसे मामले हो सकते हैं. 

वहीं वैक्सीन पर सवाल उठने के बाद मंगलवार को कंपनी ने एलान किया कि वो दुनियाभर के बाजारों से वैक्सीन को वापस ले रही है. हालांकि कंपनी ने वैक्सीन को बाजारों से हटाने की अन्य वजह नहीं बताई है. यही नहीं कंपनी ने फैसला किया है कि वो न तो इसका निर्माण करेगी और न ही बेचेगी.