पुलिस और फोरेंसिक टीम ने दोहराया मुठभेड़ की Crime Scene , सनसनीखेज वारदात से आया था नजर में...

कुख्यात अपराधी मोनू चौहान दीपावली के समय घड़ी व्यापारी श्याम बिहारी मिश्रा की गोली मारकर हत्या और महिला प्रेमा राजभर को गोली मारकर घायल किया था। वर्ष 2015 में वाराणसी के थाना कोतवाली क्षेत्र में कबीरचौरा में एसटीएफ की टीम से हुई एक मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर सनी सिंह मारा गया था जिसमें उक्त मोनू चौहान भागने में सफल हो गया था। इसके विरुद्ध वाराणसी के विभिन्न थानों में लगभग डेढ़ दर्जन अभियोग  पंजीकृत थे। 

पुलिस और फोरेंसिक टीम ने दोहराया मुठभेड़ की Crime Scene , सनसनीखेज वारदात से आया था नजर में...

वाराणसी, भदैनी मिरर। दीपावली के समय तीन दिनों में वाराणसी में दो सनसनीखेज शूटआउट की घटना को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी मोनू चौहान से साथ हुई लालपुर क्षेत्र के रिंगरोड पर पुलिस से मुठभेड़ हो गई थी। मुठभेड़ के बाद 50 हजार के इनामिया मोनू की इलाज के दौरान कबीरचौरा में मौत हो गई। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) के विशेषज्ञों की टीम के साथ घटना की रिकंस्ट्रक्शन किया।


 कुख्यात अपराधी मोनू चौहान दीपावली के समय घड़ी व्यापारी श्याम बिहारी मिश्रा की गोली मारकर हत्या और महिला प्रेमा राजभर को गोली मारकर घायल किया था। वर्ष 2015 में वाराणसी के थाना कोतवाली क्षेत्र में कबीरचौरा में एसटीएफ की टीम से हुई एक मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर सनी सिंह मारा गया था जिसमें उक्त मोनू चौहान भागने में सफल हो गया था। इसके विरुद्ध वाराणसी के विभिन्न थानों में लगभग डेढ़ दर्जन अभियोग  पंजीकृत थे। 

वहींं वारदात में दो पुलिसकर्मी उपनिरीक्षक राजकुमार पांडेय और सिपाही विनय को गोली लग गई थी।उस वक्त मुठभेड़ में घायल अपराधी मोनू चौहान के पास से एक पिस्टल .32 बोर, एक तमंचा, एक अपाचे मोटर साइकिल, भारी मात्रा में कारतूस आदि बरामद हुआ था।