नन्दोत्सव में झूमे श्रद्धालु: बोले पंकज शास्त्री- प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं 

नन्दोत्सव में झूमे श्रद्धालु: बोले पंकज शास्त्री- प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं 
कृष्ण प्राकट्य की कथा सुनाते पंकज शास्त्री जी महाराज

वाराणसी,भदैनी मिरर। शहर के महमूरगंज रोड पर स्थित श्रृंगेरी मठ में  चल रही श्रीमद् भागवत कथा में शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। इसके पूर्व वामन अवतार, गजेन्द्र मोक्ष, राम अवतार की कथा का वर्णन किया गया। कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।

नन्दोत्सव की कथा पर नृत्य करती महिलाएं

कथा व्यास पंकज शास्त्री महाराज ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, जेल के ताले टूट गये,पहरेदार सो गये। वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी जमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया। वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आये। कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे। अंत में उन्होंने कहा कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है। ऐसे में वह बंधन में आ जाता है। मानव को अपना जीवन सुधारने के लिए भगवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए। कथा के दौरान भगवान श्री कृष्ण की झांकी भी सजाई गई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भागवत जी की आरती की।

 इस दौरान अनुज राही हिंदुस्तानी, वंदना रघुवंशी, अंतरराष्ट्रीय धाविका और आयोजक प्रमुख नीलू मिश्रा, आयोजक सह प्रमुख निहारिका राय, व्यवस्था प्रमुख सचिन मिश्रा, प्रचार-प्रसार एवं मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र त्रिपाठी, प्रिया मिश्रा, पंकज श्रीवास्तव, दिनेश जायसवाल, अजीत श्रीवास्तव, आशीष टन्डन, राजेश पांडेय (विजेता), मीनाक्षी सिंह का अपार सहयोग है।

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