शंकुलधारा पोखरे के समीप गाड़ी से बरामद लाखों रुपए मामले में मालिक गिरफ्तार, पूछताछ में बताया सहयोगियों का नाम...

भेलूपुर के शंकुलधारा पोखरे के समीप जिस वाहन से लाखों रुपए बरामद हुए थे उस मामले में गाड़ी मालिक गिरफ्तार किया गया है.

शंकुलधारा पोखरे के समीप गाड़ी से बरामद लाखों रुपए मामले में मालिक गिरफ्तार, पूछताछ में बताया सहयोगियों का नाम...

वाराणसी,भदैनी मिरर। भेलूपुर थाना क्षेत्र के शंकुलधारा पोखरे के पास मिले लाखों रुपये के मामले में पुलिस को पहली सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने जिस गाड़ी में पैसे बरामद हुए उसके मालिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पूछताछ में मूल रूप से आजमगढ़ के अजमतगढ़ के रहने वाला सच्चिदानंद उर्फ़ मंटू राय (37 वर्ष) ने अपने साथियों के नाम बतायें है, अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इस मामले में लापरवाही बरतने और उच्चाधिकारियों को समय से जानकारी न देने के आरोप में तत्कालीन इन्स्पेक्टर भेलुपुर रमाकांत दुबे सहित सात लोग सस्पेंड हुए थे.

जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार सच्चिदानंद उर्फ़ मंटू राय ने जुर्म कुबुल करते हुए पुलिस को बताया की जिस गाडी से पैसे बरामद हुए वह उसकी पत्नी निधि राय के नाम पर रजिस्टर है. मंटू राय वाराणसी के शिवपुर थाना अंतर्गत नवलपुर में रहता था। पुलिस की पूछताछ में उसने स्वयं समेत घनश्याम मिश्रा निवासी प्रयागराज, अजीत मिश्रा निवासी सारनाथ, वसीम निवासी प्रतापगढ़ व प्रदीप पाण्डेय निवासी प्रतापगढ़ के घटना में शामिल होने की बात कुबूली है। वही पुलिस के लिए इस घटना के मास्टरमाइंड अजित मिश्र अभी भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है.

इस प्रकरण को लेकर पुलिस की लखनऊ तक भद्द पीट गई थी. उच्चाधिकारियों के मामला संज्ञान में आने के बाद थाना भेलूपुर ने पैसे की बरामदगी दिखाई थी. गुजरात के रहने वाले व्यापारी विक्रम सिंह सामने आकर पुलिस के अफसरों को बताया की यह पैसा उनका है, जिसके बाद उनकी तहरीर पर सारनाथ के रहने वाले अजीत मिश्रा समेत 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज किया गया था. विक्रम सिंह ने आरोप लगाया था कि अजीत मिश्रा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक करोड़ 40 लाख रुपए लूटा।