मुजफ्फरनगर पुलिस के फरमान पर अखिलेश यादव ने की अदालत से जांच की मांग, कहा- जिनका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते हैं...
कांवड़ यात्रा से शुरु होने से पहले मुजफ्फरनगर ने एक फरमान जारी किया है कि कांवड़ मार्ग पर जो भी दुकाने हैं उनके दुकानदार दुकान के बाहर अपना नाम लिखेंगे. फल रेहड़ियों पर तख्ती लिखवाकर भी टंगवा दी गई हैं. अब पुलिस के इस फरमान पर अखिलेश यादव ने सवाल उठाए है.
Akhilesh Yadav : कांवड़ यात्रा से शुरु होने से पहले मुजफ्फरनगर ने एक फरमान जारी किया है कि कांवड़ मार्ग पर जो भी दुकाने हैं उनके दुकानदार दुकान के बाहर अपना नाम लिखेंगे. फल रेहड़ियों पर तख्ती लिखवाकर भी टंगवा दी गई हैं. अब पुलिस के इस फरमान पर अखिलेश यादव ने सवाल उठाए है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर ट्वीट कर इस पूरे मामले में अदालत से जांच की मांग की है.
अखिलेश ने लिखा...
सपा प्रमुख ने ट्वीट कर लिखा, कि जिनका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते हैं उनके नाम से उनके धर्म का पता कैसे लगाएंगे. ये सवाल खड़ा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि इस पूरे प्रकरण में अदालत को खुद ही संज्ञान लेना चाहिए. इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने कहा है कि इस फरमान से पता चलता है कि मुजफ्फरनगर प्रशासन की नीयत ठीक नहीं है. सिर्फ प्रशासन ही नहीं अदालत को ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन की मंशा का भी पता लगाकर उचित दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए.
बता दें कि, मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह (Muzaffarnagar SSP Abhishek ) ने आदेश जारी किया है कि कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले सभी दुकानदार, होटल और रेहड़े आदि के मालिक उन पर अपना नाम लिखेंगे. इन दुकानों का संचालक कौन हैं उन्हे दुकानों के बाहर अपना नाम लिखकर लटकाना होगा. पिछले वर्ष भी ये मामला उठा था. राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर स्थित आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज ने मांग की थी. इस बार भी ये मांग उठी तो मुजफ्फरनगर प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए. अब इन आदेशों पर राजनीति शुरू हो गई है.