नीलगिरी इंफ्रासिटी के दफ्तर में हंगामा: धोखाधड़ी के शिकार कई राज्यों से पहुंचे पीड़ित, पूर्व IPS ने की कार्रवाई की मांग...
वाराणसी,भदैनी मिरर। नीलगिरी इंफ्रासिटी के काले कारनामे अब परत-दर-परत खुलने लगे है। नीलगिरी इंफ्रासिटी न केवल जमीन के नाम पर लोगों के पैसे ऐंठी है बल्कि सोने और टूर पैकेज के नाम पर भी जनता से मोटी रकम की ठगी की है। गुजरात, बिहार, झारखंड सहित कई राज्यों से सोमवार को पहुंचे एक दर्जन पीड़ितों ने मलदहिया क्षेत्र के इंडियन प्रेस कॉलोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रासिटी दफ्तर पहुंचकर यह आरोप लगाया। दफ्तर के कर्मचारी बत्तमीजी पर आमादा हुए तो पीड़ितों ने इसकी सूचना पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर से की। जैसे ही ठाकुर दंपत्ति ने कार्रवाई की मांग की, चेतगंज पुलिस दफ्तर जा पहुंची।पीड़ितों को कार्रवाई का आश्वासन देकर मुकदमा पंजीकृत करने की कार्यवाई कर रही है।
चेतगंज सहित अन्य थानों में दर्ज हैं धोखाधड़ी के मुकदमे
नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी के खिलाफ प्लॉट बेचने का झांसा देकर निवेश कराकर धोखाधड़ी के मामले में चेतगंज सहित जिले के अन्य थानों और चंदौली जनपद में भी मुकदमा दर्ज है। इसके बावजूद अभी कंपनी का कार्यालय बदस्तूर चल रहा है और पुलिस के स्तर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के अनुसार कंपनी की एमडी ऋतु सिंह और डायरेक्टर विकास सिंह पीड़ितों को कार्यालय बुलाकर उनके साथ मारपीट भी करते हैं। सोमवार को अलग-अलग राज्यों से आए लोगों ने भी कंपनी द्वारा प्लॉट व सोने में निवेश और टूर पैकेज के नाम पर खुद के साथ धोखाधड़ी की बात बताई।
1500 प्लॉट कर चुका है बुक
सूचना पर नीलगिरी इंफ्रासिटी के दफ्तर पहुंची चेतगंज पुलिस ने जब जांच-पड़ताल शुरु की तो उसके भी होश फाख्ता हो गए। जमीन के नाम पर लगातार जनता से फ्रॉड की शिकायत पर दर्ज हो रही प्राथमिकी के बाबजूद कम्पनी प्लॉट बुक करवाती जा रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो कम्पनी ने नए 1500 लोगों को प्लाट बुक कर दिया है। इसके लिए जनता और कंपनी के बिचौलियों (दलाल) का जमावड़ा कंपनी दफ्तर में लग रहा है। इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह जैसे ही दलबल के साथ पहुंची दलाल भाग खड़े हुए।
कमर्चारी भी करते है ढिठाई
नीलगिरी इंफ्रासिटी के दफ्तर में तैनात महिला-पुरुष कर्मचारी पीड़ित ग्राहकों से बत्तमीजी तो करते ही है साथ में सूचना पर पहुंची पुलिस से भी वह रुआब गांठते है। सोमवार को पहुंचे पुलिसकर्मियों ने डायरेक्टर दंपत्ति के बारे में पूछताछ करनी शुरु की तो कर्मचारी कुछ बताने को तैयार नहीं हुए। इंस्पेक्टर ने डायरेक्टरों का संपर्क सूत्र मांगा तो एक लाइन में जबाब दिया 'हमें नहीं मालूम'। एक महिला कर्मचारी ने यहां तक कहा कि यह सब हम लोग हर रोज देखते है, जॉब है तो करेंगे ही।
चेतगंज इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने कहा कि दस पीड़ितों की ओर से तहरीर मिली है, मुकदमा पंजीकृत करने की कार्रवाई चल रही है। दफ्तर में मालिक पति-पत्नी आते ही नहीं।