BHU में शुरु हुई नई शोध: कोरोना मरीज रहे लोगों को भविष्य में होने वाले खतरे का लगाया जाएगा पता...
New research started in BHU. The future danger to people who are corona patients will be ascertained. चौथी लहर के बीच कोरोना मरीज रहे लोगों पर आगे आने वाले खतरे को लेकर नई शोध शुरू हुई है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। कोविड़ के संभावित चौथी लहर से पहले काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग और जंतु विज्ञान संस्थान के संयुक्त पहल पर नई शोध शुरु की है। दोनों संस्थाओं ने मिलकर कोविड़ मरीज रहे लोगों को भविष्य में किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है इसके लिए जांच शुरु की है।
हर शनिवार दोपहर 1 घंटे कलेक्ट होगा सेंपल
न्यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र ने बताया कि हर शनिवार अपराह्न 12 से 1 बजे के बीच में न्यूरोलॉजी लैब में ऐसे लोगों के खून का सेम्पल लिया जा रहा है जो पहले कोरोना के मरीज रह चुके है।
वही, जंतु विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि हम जीन ( ACE2, TMPRSS2 और FURIN genes) की जांच करेंगे जिससे हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि मरीज के ऊपर इस बीमारी का क्या असर पड़ा है और भविष्य में क्या समस्याएं आएगी। इसके लिए एक टीम तैयार की गई है, मरीजों से बातचीत और सेंपल जांच के बाद हम इस दिशा में शोध करेंगे। उन्होने कहा कि यदि कोरोना के असर से भविष्य में किसी प्रकार का असर पड़ता है तो उसके लिए मरीज पहले से ही तैयार रहेगा।