गंगा पार बन रहे रेती को लेकर एनजीटी में दायर हुई याचिका, जल्द होगी सुनवाई...

गंगा पार बन रहे रेती को लेकर एनजीटी में दायर हुई याचिका, जल्द होगी सुनवाई...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गंगा तट पर हो रहे है अवैध निर्माण, गंगा में गिरने वाले मल जल, अवैध निर्माण और रेत पर नहर खोदने पर रोक लगाने की मांग की गई है। गंगा की बदहाली को रोकने के लिए हाईकोर्ट के अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में याचिका दायर की है। एनजीटी ने याचिका को स्वीकार कर लिया है। जल्द ही इस पर सुनवाई की जाएगी। 


अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने याचिका में ललिता घाट पर गंगा किनारे पाथवे निर्माण पर सवाल उठाए है। नदी वैज्ञानिकों के सवाले से कहा है कि पाथवे के कारण गंगा के प्रवाह में बदलाव हो सकता है। गंगा काशी के घाटों से दूर हो सकती है। गंगा में शैवाल के कारण पिछले दिनों पानी हरा हो जाने को भी इसी का नतीजा बताया गया है।

उन्होंने याचिका में असि नदी और वरुणा नदियों को पाटकर किए गए अवैध निर्माणों को तत्काल ध्वस्त करने की मांग की गई है। स्वच्छ पर्यावरण व साफ सुथरी गंगा को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन जीने का मूल अधिकार बताया गया है। स्वच्छता की निगरानी के लिए नदी वैज्ञानिक प्रो. यूके चौधरी, संकटमोचन मन्दिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र व अन्य ने एक समिति बनाने की मांग की है।