ऑपरेशन दस्तक: कमिश्नर की पहली पाठशाला में निर्देश अपराधियों में दिखें पुलिस का खौफ, जनता के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं...
पांच सालों से सक्रिय अपराधियों की कुंडली वाराणसी पुलिस खंगाल रही है, इसके साथ ही सक्रिय अपराधियों को लेकर एलआईयू भी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। अब तक सक्रिय 2700 अपराधियों का सेजरा तैयार किया गया है। हत्या, लूट, डकैती, धोखाधड़ी और चेन स्नैचिंग करने वाले अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस की लाठी मारते तीन घटनाओं को लेकर पुलिस आयुक्त ने नसीहत दी की सेवानिवृत्त होने के बाद आप भी आम आदमी होंगे।
वाराणसी,भदैनी मिरर। जनपद में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश की पाठशाला लगी। पुलिस कमिश्नर की बैठक की सूचना मिलते ही थानेदारों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई थी। तय समय से प्रभारी निरीक्षक अपनी वर्दी टाइट कर जरूरी रजिस्टर के साथ पहुंच गए। उसके बाद सभी एसीपी, एडीसीपी और डीसीपी भी पहुंचे। सीपी सबसे पहले सभी का कुशलक्षेम जाना और कोरोना संक्रमण से खुद को बचाते हुए जनता की सेवा में तत्परता दिखाने के निर्देश दिए।
रिटायरमेंट के बाद आप भी होंगे आम आदमी
पुलिस आयुक्त (सीपी) ने सभी को निर्देशित किया कि आम जनता के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज आप प्रभारी निरीक्षक और पुलिस अफसर है, कल्पना करिए जब कल आप रिटायर हो जाएंगे तब आप भी एक आम आदमी होंगे उस भावना के साथ ही काम करें। आम जनता के साथ अकारण मारपीट न करें यदि बाबजूद इसके कोई शिकायत मिलती है तो कार्रवाई के लिए तैयार करें।
पिछले पांच साल में सक्रिय अपराधियों के घर पहुंच रही पुलिस
पुलिस कमिश्नर ( सीपी) के ऑपरेशन दस्तक के तहत पिछले पांच सालों में लूट,हत्या,चेन स्नैचिंग, डकैती, धोखाधड़ी समेत गम्भीर अपराध करने वाले अपराधियों के पैतृक आवास तक पुलिस पहुंच रही है। अपराधी अगर जमानत पर घर पर हैं और अपराध में सक्रिय हैं तो एलआईयू के जरिये रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। परिजनों से इनके बारे में जानकारी जुटा रही है। सक्रिय अपराध में इस तरह के अपराधियों की कुल संख्या 2700 है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वह खुद इसकी रोज की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। बैठक में निर्देश दिया कि अपराधियों में पुलिस का खौफ दिखना चाहिए।
तीन घटनाओं से थे कमिश्नर खफा
अस्सी घाट पर लॉकडाउन के नाम पर पहले दरोगा गौरव उपाध्याय, और फिर दरोगा सनी निषाद के लाठी मारने की घटना से पुलिस आयुक्त खफा थे, डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने दरोगा शनि निषाद को लाइन हाजिर करते हुए विभागीय जांच के आदेश दे दिए थे, वही दरोगा गौरव उपाध्याय की विभागीय जांच जारी है। लालपुर-पांडेयपुर के पहाड़िया मंडी में घुसकर व्यापारियों के ऊपर लाठी बरसाने का वीडियो वायरल होते ही पुलिस कमिश्नर ने स्वतः संज्ञान लेते हुए निलंबन की कार्रवाई कर विभागीय जांच बैठा दी थी। कार्रवाई के बाद भी आक्रोशित व्यापारियों को समझाने में वाराणसी कमिश्नरेट के अधिकारियों के पसीने छूट गए थे।