आरोग्य भारती के काशी प्रान्त की हुई बैठक, प्रत्येक सदस्यों ने ली 75 परिवारों को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी...
Arogya Bharti s meeting held in Kashi province each member took the responsibility of keeping 75 families healthyआरोग्य भारती के काशी प्रान्त की हुई बैठक, प्रत्येक सदस्यों ने ली 75 परिवारों को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी...
वाराणसी, भदैनी मिरर। आरोग्य भारती काशी प्रांत की योजना बैठक का रविवार को आयोजित किया गया। जिसमें काशी प्रांत के सभी 21 जिलों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष नागेंद्र पाण्डेय एवं आरोग्य भारती काशी प्रांत अध्यक्ष डॉ इंद्रनील बसु ने धन्वंतरी पूजन एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस अवसर पर नागेंद्र पांडे ने ज्योतिष शास्त्र में मणियों रत्नों एवं नवग्रह वाटिका के पौधों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पर चर्चा की। इसके साथ ही वैज्ञानिक सत्र में दक्षिण वंग प्रांत के योगी सत्यानंद एवं माँ प्रेमानंद द्वारा एक्यूप्रेशर चिकित्सा पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं डॉ मनीष त्रिपाठी ने होम्योपैथिक चिकित्सा के समाज में महत्व को बताया।प्रांतीय सह सचिव डॉ अवनीश पांडेय ने वन औषधि प्रचार-प्रसार आयाम के अंतर्गत घरेलू उपयोग की वन औषधियों के विषय में जानकारी दी। सह सचिव मीनाक्षी द्वारा महिलाओं में एनीमिया के कारणों एवं उनके निवारण की जानकारी दी।
योजना सत्र में सभी जिला इकाई द्वारा वृत्त प्रस्तुत किया गया। इस दौरान काशी प्रांत उपाध्यक्ष डॉ रंगनाथ शुक्ला ने कहा कि आगामी योजना के अंतर्गत आजादी के 75 वें वर्ष में प्रत्येक सदस्य कम से कम 75 परिवार को स्वस्थ रहने की जिम्मेदारी लें। सभी ने विद्यालयों व मलिन बस्तियीं में सेवा व प्रबोधन कार्यक्रमों में बढ़ोतरी एवं उपयोगी वन औषधियों के रोपण का सभी ने संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में आरोग्य भारती काशी प्रांत के वार्षिक पंचांग का विमोचन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। कार्यक्रम में आरोग्य भारती के उद्देश्यों के विषय में विस्तार से जानकारी आरोग्य भारतीय संगठन सचिव डॉ. अजय मिश्रा द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संयोजन कोषाध्यक्ष डॉ विपुल नारायण सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कपिल नारायण द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में डॉ इंद्रनील बसु, डॉ अभषेक पाण्डेय, डॉ ओम यति हर्ष, निशांत शुक्ल, अंजना झा, प्रतिभा यादव, रुद्धेश्वर त्रिपाठी, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ घनश्याम अग्रहरि, डॉ कैलाश त्रिपाठी, डॉ विश्वनाथ, डॉ शशिकांत, डॉ एस के सिंह, वैद्य ध्रुव अग्रहरि, उमेश शर्मा, डॉ अवनीश पाण्डेय, डॉ रंगनाथ शुक्ल, डॉ मनीष त्रिपाठी, डॉ मीनाक्षी सिंह उपस्थित रहे।