BHU में हो रही पेड़ों की कटाई को लेकर एनजीटी में हुई सुनवाई, जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में हो रही पेड़ो की अंधाधुंध कटाई को लेकर बीएचयू के पूर्व छात्र और हाइकोर्ट अधिवक्ता सौरभ तिवारी द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) में दायर याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई.

BHU में हो रही पेड़ों की कटाई को लेकर एनजीटी में हुई सुनवाई, जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में हो रही पेड़ो की अंधाधुंध कटाई को लेकर बीएचयू के पूर्व छात्र और हाइकोर्ट अधिवक्ता सौरभ तिवारी द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) में दायर याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई. इस दौरान जस्टिस्ट प्रकाश श्रीवास्तव, अरुण कुमार त्यागी और एक्सपर्ट मेंबर डॉक्टर एस. त्रिवेणी की बेंच ने सुनवाई की.

अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की हरियाली का जिक्र करते हुए बताया कि अब उस बगिया को कंक्रीट स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है. अधिवक्ता ने पिछले दिनों पेड़ों की कटाई को लेकर छात्रों द्वारा हुए आंदोलन की तस्वीरें दिखाई गई, जिसमें छात्र पेड़ पकड़कर विरोध दर्ज करवा रहे है. इस दौरान चंदन के पेड़ों की कटाई और बाद में विश्वविद्यालय द्वारा एफआईआर दर्ज करवाकर चोरी दिखाने के प्रयास की भी बात हुई.

अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने बताया कि उनके पक्ष को सुनने के बाद एनजीटी ने बीएचयू में अवैध रूप से कट रहे पेड़ों के मामले की जांच हेतु डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर और रीजनल ऑफिसर पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार लखनऊ की संयुक्त समिति का गठन किया है. जो इस बात की जांच करेंगी कि बीएचयू में जो पेड़ काटे गए है, उनकी अनुमति थी या नहीं? जो पेड़ काटे गए, उनके बदले नए पेड़ रोपे गए या नहीं? यह कमेटी चन्दन के पेड़ की कटाई मुद्दे की भी जांच कर रिपोर्ट एनजीटी को प्रस्तुत करेगी. इस मामले में अब अगली सुनवाई 11 नवंबर को होगी.